Edited By Vijay, Updated: 16 Aug, 2018 09:14 PM
हिमाचल प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा सांसद शांता कुमार ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बलरामजी दास टंडन भारतीय जनता पार्टी की पहली पीढ़ी के एक दिग्गज नेता थे।
पालमपुर: हिमाचल प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा सांसद शांता कुमार ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बलरामजी दास टंडन भारतीय जनता पार्टी की पहली पीढ़ी के एक दिग्गज नेता थे। उनके स्वर्गवास से पार्टी को एक बहुत बड़ी क्षति हुई है। पंजाब में सयुंक्त सरकार बनने पर वे उपमुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनसंघ की स्थापना करके उसको संघर्षों में से आगे बढ़ाने वाले नेताओं में वे प्रमुख थे। उन्होंने कहा कि मेरा उनके साथ संबंध वर्ष 1953 में डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा शुरू किए गए कश्मीर आंदोलन में हुआ था। 19 वर्ष की आयु में मैं सत्याग्रह करके जेल गया था, वहां उनके साथ पहली मुलाकात हुई थी।
मृधुभाषी और अनुभवी नेता थे बलरामजी दास टंडन
उन्होंने कहा कि बलरामजी दास टंडन के साथ उनका निकट संपर्क रहा और उन्होंने उनके साथ रह कर बहुत कुछ सीखा। उनके परिवार के साथ उनका परिवारिक संबंध विवाह के बाद और अधिक बढ़ गया था। वहीं मेरी पत्नी उनकी पत्नी के पास शिक्षा प्राप्त करती रहती थीं। उन्होंने कहा कि बलरामजी दास टंडन एक मृधुभाषी, पार्टी के लिए समर्पित, योग्य और अनुभवी नेता थे। भारतीय जनता पार्टी की नींव के वे ऐसे संस्थापक थे, जिन्होंने पार्टी को बनाने और सजाने में बहुत बड़ा योगदान दिया है। इस दौरान शांता ने उनके प्रति श्रद्धाजंलि अर्पित की और उनके परिवार के साथ संवेदना प्रकट की।