Edited By kirti, Updated: 06 Sep, 2018 11:50 AM
मोदी सरकार द्वारा SC/ST एक्ट में संशोधन कर उसे मूल स्वरूप में लाए गए संशोधन बिल के विरोध में सवर्ण संगठनों के लोगों ने वीरवार को भारत बंद का आह्वान किया है। एहतियात के तौर पर मध्यप्रदेश के जिलों में धारा 144 लागू कर दी है। बताया जा रहा है कि देश के...
सिरमौर:मोदी सरकार द्वारा SC/ST एक्ट में संशोधन कर उसे मूल स्वरूप में लाए गए संशोधन बिल के विरोध में सवर्ण संगठनों के लोगों ने वीरवार को भारत बंद का आह्वान किया है। एहतियात के तौर पर मध्यप्रदेश के जिलों में धारा 144 लागू कर दी है। बताया जा रहा है कि देश के अलग अलग हिस्सों में भारत बंद का असर देखन को मिल रहा है। वहीं सिरमौर जिला के राजगढ शहर में भी एेसा ही कुछ देखने को मिला है। जिससे लोगों को काफी परेशानी अा रही है। गौरतलब है कि 2 अप्रैल को एसटी-एसटी एक्ट में सुप्रीम कोर्ट द्वारा बदलाव करने पर आरक्षिक वर्ग ने बंद का ऐलान किया था। उस दौरान ग्वालियर-चंबल संभाग में सबसे ज्यादा हिंसा हुई थी। इसमें चार लोगों की मौत भी हुई थी। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य का प्रशासन और पुलिस पूरी तरह सतर्क है, पुलिस बल की तैनाती की गई है। दरअसल, 20 मार्च 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने इस एक्ट के दुरुपयोग को लेकर चिंता जाहिर की थी और इस कानून के तहत प्राथमिकी (दर्ज) होते ही आरोपी की तुरंत गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। साथ ही कोर्ट ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अग्रिम जमानत का भी प्रावधान किया।
फैसले के खिलाफ आरक्षित वर्ग सड़कों पर उतर आया और हिंसक प्रदर्शन हुआ। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में किसी तरह की राहत देने से इंकार कर दिया। इसके बाद केंद्र सरकार ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार रोकथाम) संशोधन विधेयक, 2018 संसद से पारित कराया। सरकार के इसी फैसले को लेकर अब सवर्णों में नाराजगी है और उन्होंने भारत बंद का ऐलान किया है। सवर्ण समुदायों का कहना है कि इस एक्ट का दुरुपयोग कर उन्हें झूठे मामलों में फंसाया जाता है। सवर्ण समुदाय एससी/एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बहाल करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने सही फैसला लिया था।