Edited By Ekta, Updated: 03 Dec, 2018 01:39 PM
राज्य के सभी शहरों में बढ़ रही आबादी के दबाव को कम करने के लिए अब प्रदेश सरकार गांवों में हर सुविधा प्रदान करेगी। शहर की तर्ज पर गांवों में हर सुख सुविधा जुटाने के लिए शहरी एवं ग्रामीण विकास विभाग को प्रपोजल भेजी गई है। राज्य के 6 जिलों को इसमें...
शिमला (जय): राज्य के सभी शहरों में बढ़ रही आबादी के दबाव को कम करने के लिए अब प्रदेश सरकार गांवों में हर सुविधा प्रदान करेगी। शहर की तर्ज पर गांवों में हर सुख सुविधा जुटाने के लिए शहरी एवं ग्रामीण विकास विभाग को प्रपोजल भेजी गई है। राज्य के 6 जिलों को इसमें शामिल किया गया और प्रत्येक जिलों को कलस्टर में बांटा गया है। इन कलस्टरों में सरकार ने कुछ पंचायतों को पहले चरण में चुना है और जिन पंचायतों को सरकार ने चुना है उनमें स्कूल, शिक्षा, बिजली, पानी, सड़क, पार्किंग व स्वास्थ्य से संबंधित सभी प्रकार की आधाभूत सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
बढ़ते शहरीकरण के दबाव को रोकने के लिए बताई जा रही यह योजना
बढ़ते शहरीकरण के दबाव को रोकने के लिए यह योजना कारगर बताई जा रही है और इसके लिए एस्टीमेट भी बना लिया है और इसके तहत प्रत्येक कलस्टर में आंगनबाड़ी सहित अन्य स्कूलों को भी अपग्रेड किया जाएगा और शिक्षा के स्तर को सुधारा जाएगा। इसके लिए सरकार ने सभी विभागों के साथ समन्वय बनाकर अपने विभाग का एस्टीमेट बनाकर सरकार को सौंप दिया है जिस पर सरकार ने मुहर लगाकर प्रत्येक कार्य को दुरुस्त करने के लिए राशि भी जारी कर दी है। ग्रामीण एवं शहरी विकास विभाग को इन चयनित कलस्टरों को अपग्रेड कर सभी सुविधाएं जुटाने का जिम्मा सौंपा गया है।
15 करोड़ से अपग्रेड होंगे
ग्रामीण एवं शहरी विकास विभाग के सौजन्य से प्रदेश भर के सभी 6 कलस्टरों में सभी प्रकार की सुख सुविधाएं जुटाने के लिए 15-15 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी। इस राशि से बिजली, पानी, सड़क, स्कूलों की अपग्रेडेशन के साथ ही स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं एवं अस्पताल बनाना भी इसी कार्य योजना में शामिल है। इसके लिए प्रदेश के दो कलस्टरों में पहले से काम शुरू किया जा चुका है और तीसरे चरण में अब राजधानी शिमला के साथ लगते घणाहट्टी कलस्टर की 7 पंचायतों में कार्य शुरू किया जाएगा।
विभागों एवं लोगों के सहयोग से तैयार की सैल्फ
प्रदेश में यह पहला मौका है जब गांव के लोगों सहित सभी विभागों के सहयोग से सैल्फ तैयार की गई और लोगों के कहने पर संबंधित विभागों ने सभी सुख सुविधाएं जुटाने के लिए लोगों के बीच की समस्या को जाना। फिर उन समस्याओं के निराकरण के लिए लोगों के साथ मिलकर सैल्फ तैयार की। इसके बाद यह सैल्फ सरकार को भेजी गई और सरकार ने इसे अमलीजामा पहनाने के बाद कार्य शुरू कर दिया।
इन 6 कलस्टरों को योजना में किया शामिल
प्रदेश भर में बनाए गए 6 कलस्टरों में जिला मंडी के मंडी सदर, किन्नौर के सांगला व मूरंग को कलस्टर बनाया गया है। इसके साथ ही जिला चम्बा के भटियात व जिला सोलन कंडाघाट के साथ लगते हीनर को कलस्टर में शामिल किया गया है। इसके साथ ही जिला शिमला के घणाहट्टी को कलस्टर बनाया गया है जिसमें 7 पंचायतों को शामिल किया गया है जिनमें तीसरे चरण में कार्य शुरू किया जाएगा।