सोशल मीडिया में उतारी जा रही चुनावी भड़ास, राजनीतिक दलों के लिए मुसीबत बनी Fake ID

Edited By Ekta, Updated: 21 Apr, 2019 10:30 AM

the election campaign launched in the social media

संसदीय चुनाव के दौरान बदजुबानी की जंग सोशल मीडिया पर भी लड़ी जा रही है। फेसबुक, व्हाट्सएप व ट्विटर आदि पर चुनावी दौर में बनी हजारों फेक आई.डी. राजनीतिक दलों के लिए मुसीबत बन रही हैं। लोगों को भर्मित करने के लिए सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के खिलाफ  जमकर...

शिमला/धर्मशाला (कुलदीप/जिनेश): संसदीय चुनाव के दौरान बदजुबानी की जंग सोशल मीडिया पर भी लड़ी जा रही है। फेसबुक, व्हाट्सएप व ट्विटर आदि पर चुनावी दौर में बनी हजारों फेक आई.डी. राजनीतिक दलों के लिए मुसीबत बन रही हैं। लोगों को भर्मित करने के लिए सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के खिलाफ  जमकर दुष्प्रचार किया जा रहा है व अभद्र भाषा का बेरोकटोक प्रयोग हो रहा है। कट-पेस्ट कर वीडियो और फोटो डाल कर एक-दूसरे के खिलाफ व्यक्तिगत आक्षेप व जमकर भड़ास निकाली जा रही है। डिजिटल प्लेटफार्म पर इस दुष्प्रचार से निपटने के लिए राजनीतिक दल भी कमर कसे हुए हैं। भाजपा की शिकायत पर अब तक फेसबुक पर करीब 9,300 फेक आई.डी. बंद की गई हैं। हालांकि इसमें राज्यवार विवरण नहीं है क्योंकि फेक आई.डी. देश के किसी भी कोने में बनाए जा सकती हैं। कांग्रेस की तरफ से भी ऐसे मामलों पर बराबर निगरानी रखी जा रही है। 

एक माह में औसतन 50 शिकायतें

साइबर क्राइम सैल में प्रति माह औसतन ऐसी 50 शिकायतें दर्ज हो रही हैं। हालांकि किसी राजनीतिक दल ने अभी फेक आई.डी. प्रयोग करने की शिकायत नहीं की है। सबसे अधिक शिकायतें महिलाओं को अश्लील मैसेज भेजने या अपशब्दों की हैं। अपनी आई.डी. से राजनीतिक दल के प्रति आपत्तिजनक शब्द प्रयोग करने की शिकायत जरूर मिली है, जिसमें अधिवक्ता विनय शर्मा से जुड़ा मामला है।

सरकारी नियंत्रण की खलती है कमी

सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं लेकिन इस पर नियंत्रण के लिए कोई रैगुलर अथॉरिटी न होने के चलते अक्सर ठोस कार्रवाई नहीं हो पाती है। सरकारी सख्ती के बाद हालांकि फेसबुक व अन्य सोशल साइट्स पर लाखों फेक अकाऊंट डिलीट हुए हैं। इसके बावजूद शरारती तत्वों द्वारा इसका मिसयूज किया जाता है।

कांग्रेस वार रूम रख रहा नजर : हिमराल

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सचिव हरिकृष्ण हिमराल का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में वार रूम की स्थापना की गई है। अब तक ऐसी कोई शिकायत सामने नहीं आई है लेकिन दुष्प्रचार को रोकने के लिए बूथ स्तर से कार्यकत्र्ता नजर रख रहा है।

चुनाव आयोग कड़ी नजर रखे : गणेश दत्त

हिमाचल प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष गणेश दत्त ने चुनाव आयोग से इस बारे कड़ी नजर रखने की अपील की। प्रदेश भाजपा मीडिया प्रभारी प्रवीण शर्मा का कहना है कि भाजपा आई.टी. प्रकोष्ठ इस तरह के मामलों पर बराबर नजर रखे हुए है। पार्टी कार्यकर्ता भी स्थिति पर नजर रख रहे हैं।

गलत प्रचार पर चलेगा चुनाव आयोग का चाबुक

उधर, सोशल मीडिया पर चुनावी दुष्प्रचार रोकने के लिए राज्य निर्वाचन विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। सूबे में सभी जिला निर्वाचन अधिकारी अलर्ट हैं। निर्वाचन विभाग ने नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए हैं जो चारों लोकसभा सीटों के प्रत्याशियों के साथ आम जनता के सोशल मीडिया अकाऊंट्स की निगरानी करेंगे। राज्य निर्वाचन विभाग में सोशल मीडिया के नोडल अधिकारी नवीन ठाकुर ने बताया कि इसे लेकर समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचारों पर संज्ञान लेते हुए 7 शिकायतें प्राप्त हुई हैं जिन्हें संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारियों को आगामी कार्रवाई के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि लोकसभा प्रत्याशियों को नोमिनेशन भरते समय उनके सोशल मीडिया अकाऊंट्स की जानकारी देनी होगी जिन पर पूरी नजर रखी जाएगी।

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