Edited By Ekta, Updated: 03 Aug, 2018 10:06 AM
जी.वी.के (ई.एम.आर.आई) कंपनी द्वारा आश्वासन देने के बावजदू भी 108 व 102 कर्मचारियों की शर्तों को नहीं माना गया है। ऐसे में कंपनी कर्मियों ने 5 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का मन बना लिया है। 108 व 102 कर्मचारियों की मांगें न मानी तो वे 5...
धर्मशाला (पूजा): जी.वी.के (ई.एम.आर.आई) कंपनी द्वारा आश्वासन देने के बावजदू भी 108 व 102 कर्मचारियों की शर्तों को नहीं माना गया है। ऐसे में कंपनी कर्मियों ने 5 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का मन बना लिया है। 108 व 102 कर्मचारियों की मांगें न मानी तो वे 5 अगस्त को रात 8 बजे से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। जी.वी.के (ई.एम.आर.आई) कर्मियों ने डी.सी कांगड़ा संदीप कुमार से मिलकर उन्हें अपनी मांगों से अवगत करवाया तथा कंपनी द्वारा किए जा रहे भेदभाव के चलते हड़ताल पर जाने की बात कही।
डी.सी से मिलने पहुंचे कंपनी कर्मियों विकास, विजय, सचिन, रविकांत, रवि, असलम, पंकज, रॉकी, राजेश व अन्य ने बताया कि 4 जुलाई को स्वास्थ्य विभाग के निदेशक, श्रम अधिकारी व एन.एच.म, ओ.एस.डी की मध्य जी.वी.के (ई.एम.आर.आई) कंपनी व 108 व 102 कर्मियों के बीच अपनी मांगों को लेकर एक लिखित समझौता सचिवालय शिमला में हुआ था, जिसमें जी.वी.के.(ई.एम.आर.आई) कंपनी के अधिकारियों ने कर्मचारियों की सभी मांगों को 4 अगस्त से पहले पूरा करने का आश्वासन दिया था। उस दौरान कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया था, जो कर्मचारी हड़ताल में शामिल हैं व वेतन कटौती की जाएगी और न ही उनका तबादला किया जाएगा और न ही उन्हें किसी प्रकार का निष्कासन पत्र दिया जाएगा और न ही फोन के माध्यम से प्रताडि़त किया जाएगा।
कंपनी ने उस समय कर्मचारियों की इंक्रीमेंट व डी.ए भी 20 जुलाई से पहले कर्मियों के खाते में डालने की बात कही थी। वहीं निकाले गए कर्मियों को बहाल करने का भी आश्वासन कंपनी ने दिया था। परंतु कंपनी द्वारा यह सब हड़ताल खत्म करवाने के लिए किया गया था। कर्मियों ने डी.सी. कांगड़ा को सौंपे मांग पत्र में आरोप लगाया है कि कंपनी द्वारा समझौते के तहत उन्हें कोई भी लाभ नहीं दिया गया है। हड़ताली कर्मियों के रोके गए वेतन में भी 2 से 5 हजार रुपए की भी कटौती की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले लंबित वेतन का भुगतान भी कंपनी ने नहीं किया है।
उन्होंने बताया कि कंपनी की मनमानी बारे स्वास्थ्य विभाग और एन.एच.एम के अधिकारियों को भी अवगत करवाया गया, जिस पर जब विभाग ने कंपनी को दसतावेज प्रस्तुत करने को कहा तो कंपनी ने आनाकानी करना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि अब स्वास्थ्य निदेशक ने 4 अगस्त तक का समय दिया है। उन्होंने बताया कि 5 अगस्त शाम तक हमारी मांगें नहीं मानी गई, तो उसी दिन रात 8 बजे से जिला कांगड़ा के 108 व 102 कर्मचारी अनिशिचतकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे और इसका पूरा जिम्मा कंपनी का होगा।