Edited By prashant sharma, Updated: 26 Feb, 2021 04:32 PM
प्रदेश में भाजपा की सरकार को रिपीट करने की मुहिम के तहत पार्टी ने कसरत तेज कर दी है। इसी कड़ी में शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने ऊना मंडल भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के साथ मंथन किया।
ऊना (अमित शर्मा) : प्रदेश में भाजपा की सरकार को रिपीट करने की मुहिम के तहत पार्टी ने कसरत तेज कर दी है। इसी कड़ी में शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने ऊना मंडल भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के साथ मंथन किया। इस दौरान सतपाल सिंह सत्ती ने एक बूथ 20 यूथ अभियान को मूर्त रूप देते हुए ज्यादा से ज्यादा युवाओं को भाजपा के साथ जोड़ने का आह्वान किया। इसके अलावा सत्ती ने पार्टी के आईटी सेल को और मजबूत करने पर भी बल दिया। उन्होंने प्रदेश और केंद्र की भाजपा सरकारों के जन हितैषी नीतियों का प्रचार करने के लिए भी युवाओं को उपयोगी टिप्स दिए। वहीं केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों के खिलाफ सोशल मीडिया पर भ्रामक प्रचार करने वालों के खिलाफ भी अभियान को तेज करने की बात कही।
वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार को रिपीट करने के लिए भाजपा ने कसरत शुरू कर दी है। इसी के तहत शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने भारतीय जनता युवा मोर्चा की ऊना मंडल इकाई के साथ विचार मंथन किया। इस दौरान भाजयुमो के मंडल अध्यक्ष रवि जैलदार ने बैठक की अध्यक्षता की। इस मौके पर सतपाल सिंह सत्ती ने भाजपा के मिशन रिपीट को कामयाब करने के लिए जमीनी स्तर पर काम करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक युवाओं को भाजपा के साथ जोड़कर मिशन रिपीट को सफल बनाने की ओर कदम बढ़ाया जाए। सत्ती ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों ने कई जन हितेषी नीतियां लागू की हैं। जिनका प्रचार प्रसार हर घर तक सुनिश्चित करना होगा।
इस मौके पर सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि पार्टी के आईटी सेल को भी और मजबूत करना होगा। जिससे सरकार के कल्याणकारी कार्यों का प्रचार हो सके। सत्ती ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों के खिलाफ भ्रामक प्रचार करने वालों को भी लगे हाथ जवाब देना सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व एवं मुद्दा विहीन पार्टी बनकर रह गई है। जिसका प्रदेश ही नहीं देश में भी कोई आधार नहीं बचा है। ऐसे भी कांग्रेस से भ्रामक प्रचार का सहारा लेकर सत्ता हथियाने के कुप्रयास कर सकती है। जिसके लिए कार्यकर्ताओं को पहले से ही तैयारी करनी होगी।