सरकार से 100 करोड़ की एकमुश्त ग्रांट की डिमांड करेगा तकनीकी विश्वविद्यालय, जानिए क्यों (Video)

Edited By Vijay, Updated: 13 Jun, 2018 10:52 AM

हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर के नए वाइस चांसलर प्रो. एस.पी. बंसल ने मंगलवार को पदभार संभाल लिया है। तकनीकी वि.वि. के परीक्षा नियंत्रक वी.पी. पटियाल, डीन कम रजिस्ट्रार एन.एन. शर्मा व वित्त अधिकारी अशोक धीमान की उपस्थिति में आयोजित...

हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर के नए वाइस चांसलर प्रो. एस.पी. बंसल ने मंगलवार को पदभार संभाल लिया है। तकनीकी वि.वि. के  परीक्षा नियंत्रक वी.पी. पटियाल, डीन कम रजिस्ट्रार एन.एन. शर्मा व वित्त अधिकारी अशोक धीमान की उपस्थिति में आयोजित प्रैस वार्ता में उन्होंने कहा कि तकनीकी विश्वविद्यालय के लिए बेहतर तकनीकी शिक्षा, गुणवत्ता एवं बेहतर प्रबंधन उनकी प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश को बेहतर इंजीनियर मिलें, इसके लिए वि.वि. विजन डॉक्यूमैंट तैयार किया जाएगा, जिसमें 2 से 5 सालों को लेकर मास्टर प्लान बनाया जाएगा। इसके लिए एक कमेटी का गठन कर दिया गया है जोकि अगले एक सप्ताह के भीतर पड़ोसी तकनीकी विश्वविद्यालयों की विजिट कर वहां के उत्कृष्ट मॉडल का अध्ययन करेगी।


सरकार की ओर से अब तक नहीं मिली कोई ग्रांट
उन्होंने कहा कि तकनीकी विश्वविद्यालय को ग्लोबल यूनिवर्सिटी के रूप में विकसित करने के लिए भी प्लान तैयार किया जाएगा ताकि राज्य के ही नहीं अपितु विश्वभर से छात्र इस वि.वि. के माध्यम से तकनीकी शिक्षा हासिल कर सकें। उन्होंने कहा कि अब तक वि.वि. को सरकार की ओर से कोई ग्रांट नहीं मिली है तथा साइन किए एम.ओ.यू. के अनुसार सरकार की ओर से वि.वि. को लोन दिया गया था, जिसे चुका दिया गया है। अब विश्वविद्यालय के लिए ग्रांट प्राप्त करने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व राज्यपाल आचार्य देवव्रत से बात की गई है तथा वि.वि. सरकार से शुरूआत में 100 करोड़ रुपए की एकमुश्त ग्रांट की डिमांड करेगा। उन्होंने कहा कि वि.वि. द्वारा युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने व स्वरोजगार से जोडऩे के लिए स्किल डिवैल्पमैंट सैंटर स्थापित करने पर भी विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में वि.वि. जिला के कुछ गांवों को गोद लेकर उनको आॢथक व सामाजिक रूप से सुदृढ़ करने में अपना सहयोग देगा।   


80 फीसदी बच्चे जॉब के काबिल नहीं
वाइस चांसलर ने तकनीकी शिक्षा पर चिंता जताते हुए खुलासा किया कि अब तक तकनीकी शिक्षा में गुणवत्ता परक शिक्षा की कमी रही है। एक सर्वे के अनुसार सालाना तकनीकी शिक्षा लेने वाले बच्चों में से 80 प्रतिशत बच्चे जॉब करने के काबिल ही नहीं हैं। क्वालिटी एजुकेशन का अभाव रहा है जबकि बहुराष्ट्रीय कंपनियों में अभी भी डिमांड कम नहीं हुई है तथा साल दर साल तकनीकी शिक्षा प्राप्त युवाओं की डिमांड बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि क्वालिटी एजुकेशन को लेकर वि.वि. से संबद्ध सभी 43 कालेजों के प्राचार्यों की बैठक भी जल्द बुलाई जाएगी ताकि यहां के बच्चों का पलायन बाहरी राज्यों के कालेजों में होने से रोका जा सके।


5 विभाग चलाएगा वि.वि.
वाइस चांसलर ने कहा कि यू.जी.सी. की 12(बी) की पात्रता हासिल करने के लिए वि.वि. कैंपस में 5 विभाग चलाए जाएंगे, जिनमें 35 पोस्टें भरी जाएंगी। प्रत्येक विभाग में एक प्रोफैसर, 2 एसोसिएट प्रोफैसर व 4 असिस्टैंट प्रोफैसर के पद सृजित किए जाएंगे।


अक्तूबर माह में तैयार होगा प्रशासनिक भवन
तकनीकी विश्वविद्यालय का प्रशासनिक भवन अक्तूबर माह तक तैयार हो जाएगा। तकनीकी विश्वविद्यालय को 150 एकड़ जमीन आबंंटित की गई है। इस जमीन की फोरैस्ट क्लीयरैंस के बाद अन्य ब्लाक भी निर्मित किए जाएंगे ताकि तकनीकी विश्वविद्यालय में विभिन्न संकायों की कक्षाएं आरंभ की जा सकें। उन्होंने कहा कि तकनीकी विश्वविद्यालय का तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष फोकस रहेगा ताकि इस विश्वविद्यालय के तहत शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्रों का भविष्य उज्ज्वल हो सके।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!