Edited By Vijay, Updated: 24 May, 2019 09:33 PM
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में आचार संहिता के समाप्त होते ही शिक्षा विभाग की ओर से जल्द ही शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। प्रदेश के अधिकतर सरकारी स्कूलों में शिक्षकों का अभाव चल रहा है। शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए शिक्षा विभाग जल्द ही शिक्षकों की...
शिमला: प्रदेश के सरकारी स्कूलों में आचार संहिता के समाप्त होते ही शिक्षा विभाग की ओर से जल्द ही शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। प्रदेश के अधिकतर सरकारी स्कूलों में शिक्षकों का अभाव चल रहा है। शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए शिक्षा विभाग जल्द ही शिक्षकों की तैनाती करेगा। उल्लेखनीय है कि आचार संहिता के दौरान कुछ स्कूलों के अभिभावकों ने शिक्षकों की कमी के विरोध में शिक्षा निदेशालय के बाहर धरना दिया तथा शिक्षा निदेशक व शिक्षा मंत्री को स्कूल में रैगुलर स्टाफ भेजने के लिए ज्ञापन सौंपे थे लेकिन आचार संहिता का हवाला देते हुए शिक्षा निदेशक ने अभिभावकों को आश्वासन दिया था कि आचार संहिता के खत्म होते ही स्कूलों में रैगुलर स्टाफ भेजा जाएगा। आचार संंहिता के बीच किसी भी सरकारी कर्मचारी का तबादला नहीं किया जा सकता है, ऐसे में शिक्षा विभाग ने किसी भी स्कूल में नई पदोन्नित नहीं दी।
इन स्कूलों ने की शिक्षा निदेशक से स्टाफ की मांग
ऐसे तो प्रदेश के अधिकतर सरकारी स्कूलों में स्टाफ की कमी चल रही है। मगर शिमला जिला के नागजुब्बड़, भोगड़ा, थाली, माहौरी आदि स्कूलों की एस.एम.सी. कमेटी व बच्चों के अभिभावकों ने शिक्षा निदेशालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर स्कूल में रैगुलर स्टाफ भेजने की मांग की थी। अभिभावकों ने शिक्षा निदेशक को चेतावनी दी थी कि यदि आचार संहिता के बाद स्कूल में शिक्षक न भेजे गए तो स्कूलों में ताला लगा दिया जाएगा व बच्चों के साथ शिक्षा निदेशालय के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा।
स्कूलों में इतने शिक्षकों की कमी
नागजुब्बड़ स्कूल में प्रधानाचार्य, पी.जी.टी. हिस्ट्री, पी.जी.टी. अंग्रेजी, टी.जी.टी. आर्ट्स, टी.जी.टी. साईंस, टी.जी.टी. मैथ, कला अध्यापक व पी.एन. के पद खाली पड़े हैं। वहीं भोगड़ा स्कूल एक ही शिक्षक के सहारे चल रहा है तथा राजकीय हाई स्कूल थाली में 6 शिक्षकों की कमी चल रही है जबकि थाली के प्राइमरी स्कूल में 1 ही शिक्षक है, जिसके सहारे 70 बच्चे पढ़ाई करने को मजबूर हैं।
300 से अधिक शिक्षकों की हुई है भर्ती
निदेशक उच्चतर शिक्षा अमरजीत शर्मा ने बताया कि प्रदेश के जिन स्कूलों में शिक्षकों की कमी चल रही है वहां पर जल्द ही शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। कुछ दिनों पहले 300 से अधिक शिक्षकों की भर्ती की गई है।