Edited By Simpy Khanna, Updated: 26 Nov, 2019 04:52 PM
राजधानी में टैक्सी ऑपरेटरों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। निजी वाहनों का टैक्सी के रूप में प्रयोग करने पर प्रतिबंध न लगने पर टैक्सी ऑपरेटरों ने परिवहन निगम के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया और सरकार को जल्द से जल्द बाहरी राज्यो से आने...
शिमला (तिलक) : राजधानी में टैक्सी ऑपरेटरों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। निजी वाहनों का टैक्सी के रूप में प्रयोग करने पर प्रतिबंध न लगने पर टैक्सी ऑपरेटरों ने परिवहन निगम के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया और सरकार को जल्द से जल्द बाहरी राज्यो से आने वाले निजी वाहनों की जांच करने की मांग की। टैक्सी आपरेटरों ने मांगे पूरी न होने पर शिमला में चक्का जाम कर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी।
ऑपरेटरों का कहना है कि हर रोज बाहरी राज्यो से निजी वाहन पर्यटकों को लेकर शिमला आ रहे है। जिस पर प्रशासन कोई कार्यवाही नही कर रहा है जबकि ये निजी वाहन पर्यटकों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने के साथ साथ सरकार को भी लाखों का चूना लगा रहे है ओर जो लोग टैक्सी का व्यवसाय कर रहे है ओर सरकार को टैक्स दे रहे है। उन्हें गाड़ी के खर्चे निकाल पाने मुश्किल हो रहे है। ऑपरेटरों ने सरकार से शिमला में दोनों एंट्री पॉइंट पर RTO बेरियर लगाने की मांग की ताकि निजी वाहनों को टैक्सी के रूप में प्रयोग करने वालों पर अंकुश लगाया जा सके ओर पासिंग के समय लिया जा रहा ग्रीन टैक्स बन्द किया जाये।
इसके अलावा टैक्सियों से लिए जाने वाले टैक्स को सिंगल विंडो किया जाये ।ताकि टैक्स देने में आसानी हो। टैक्सी यूनियन के प्रधान राजेन्द्र ठाकुर ने सरकार पर उनकी मांगों को अनदेखा करने के आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले लंबे समय से वे अपनी मांगों को सरकार के समक्ष रख रहे है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नही दे रहा है और अब मजबूर हो कर उन्हें सड़को पर उतर कर उग्र प्रदर्शन करना पड़ेगा।