Edited By Vijay, Updated: 25 Aug, 2019 11:25 PM
मणिमहेश यात्रा के दौरान गाड़ियों को खड़ा करने के पुलिस के कड़े रवैये का विरोध करते हुए टैक्सी चालकों ने हड़ताल कर दी, जिस कारण मणिमहेश यात्रियों को भरमाणी माता तथा हड़सर तक पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
भरमौर: मणिमहेश यात्रा के दौरान गाड़ियों को खड़ा करने के पुलिस के कड़े रवैये का विरोध करते हुए टैक्सी चालकों ने हड़ताल कर दी, जिस कारण मणिमहेश यात्रियों को भरमाणी माता तथा हड़सर तक पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा। बाद में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर तथा पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद उन्होंने हड़ताल वापस ले ली।
बता दें कि गत दिवस से ही पुलिस और टैक्सी चालकों के बीच कुछ वाहनों को खड़ा करने के मुद्दे पर खटपट चल रही थी। पुलिस ट्रैफिक जाम लगने से बचने के लिए वाहनों को पुराने बस स्टैंड से खदेड़ते हुए पट्टी पार करवा देती है, जिस कारण यात्रियों को चौरासी मंदिर के दर्शनों से महरूम रहना पड़ रहा है। यात्रा सीधी पंजाब से हड़सर हो गई है। टैक्सी स्टैंड बना है, उसकी भी प्रशासन ने नीलामी कर दी है, जिससे यात्रियों को हड़सर व भरमाणी माता ले जाने वाली टैक्सियों को खड़ा होने की जगह नहीं बची। अगर अधिक मात्रा में टैक्सियां खड़ी हो जाती हैं तो ट्रैफिक जाम लगता है।
जानकारी के अनुसार पुराने बस अड्डे पर टैक्सियों के लिए निर्धारित स्थल पर पुलिस ने अपने वाहन खड़े कर दिए, जिससे टैक्सियों को खड़ा करने का स्थान कम पडऩे लगा। चालकों ने पुलिस से आग्रह किया लेकिन पुलिस ने वहां से अपने वाहन हटाने से मना कर दिया तथा रात को टैक्सी चालकों को पीटा और एक टैक्सी चालक को उठाकर ले गई।
इस घटना से नाराज टैक्सी चालकों ने टैक्सी सेवा बंद कर दी तथा एडीएम भरमौर से मिलकर न्याय की गुहार लगाई। टैक्सी सेवा बंद होने से भरमाणी माता मंदिर जाने वाले यात्रियों को पैदल यात्रा करनी पड़ी, वहीं हड़सर जाने वाले यात्रियों को बसों का इंतजार करना पड़ा। टैक्सी चालकों का कहना था कि जब तक मामला सुलझाया नहीं जाता तब तक वे सेवाएं शुरू नहीं करेंगे।
एडीएम भरमौर पीपी सिंह व एडीशनल एसपी रमन कुमार तथा अन्य पुलिस अधिकारियों और पूर्व मंत्री ठाकर सिंह भरमौरी की मौजूदगी में समझौता हो जाने के बाद टैक्सी सेवा फिर से शुरू हो गई। एडीएम भरमौर ने बताया कि उक्त मामले को सुलझा लिया गया है।