Edited By Vijay, Updated: 16 Jul, 2019 05:05 PM
सिरमौर जिला के अंतर्गत आते रेणुका के सियूं गांव में कई दशकों से पुल नहीं बन पाया है। लोग यहां झूले के सहारे सफर करते हैं। झूला भी ऐसा जो कभी भी बड़े हादसे को अंजाम दे सकता है। हैरानी इस बात की है कि प्रशासन का इस और कोई ध्यान नहीं है।
पांवटा साहिब (रोबिन): सिरमौर जिला के अंतर्गत आते रेणुका के सियूं गांव में कई दशकों से पुल नहीं बन पाया है। लोग यहां झूले के सहारे सफर करते हैं। झूला भी ऐसा जो कभी भी बड़े हादसे को अंजाम दे सकता है। हैरानी इस बात की है कि प्रशासन का इस और कोई ध्यान नहीं है। खासकर बरसात के समय लोगों को इसी झूले से सफर करना पड़ता है क्योंकि गिरी नदी उफान पर होती है और लोग इसे पार नहीं कर सकते। झूले के सहारे नदी पार करते समय अगर थोड़ी सी भी गलती हुई तो समझो मौत सामने खड़ी है।
किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रही सरकार
इतना ही नहीं, यहां पर एक सरकारी स्कूल भी है जहां इलाके के बच्चे शिक्षा ग्रहण करने के लिए जाते हंै और उन्हें भी इसी झूले से सफर करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। वहीं ग्रामीणों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रही है। इस ओर किसी का ध्यान ही नहीं है। उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है कि इस समस्या का समाधान किया जाए।
हादसे के बाद ही टूटती है हुक्मरानों की नींद
हालात देखकर तो यही लगता है कि इस पुल पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है और शायद शासन प्रशासन भी इसी बात का इंतजार कर रहे हैं क्योंकि अक्सर किसी बड़े हादसे के बाद ही हुक्मरानों की नींद टूटती है।