Edited By Vijay, Updated: 09 Feb, 2020 05:57 PM
हिमाचल प्रदेश में सरकार किसी भी दल की रही हो लेकिन जिला ऊना में खनन को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में लंबे समय से तकरार बरकरार रही है। कांग्रेस कार्यकाल में जहां भाजपा इस मुद्दे को जोरशोर से उठाती रही है, वहीं अब कांग्रेस ने खनन को लेकर भाजपा सरकार...
ऊना (अमित): हिमाचल प्रदेश में सरकार किसी भी दल की रही हो लेकिन जिला ऊना में खनन को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में लंबे समय से तकरार बरकरार रही है। कांग्रेस कार्यकाल में जहां भाजपा इस मुद्दे को जोरशोर से उठाती रही है, वहीं अब कांग्रेस ने खनन को लेकर भाजपा सरकार की घेराबंदी शुरू कर दी है। रविवार को नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने ऊना-होशियारपुर मार्ग पर गांव ईसपुर में रेत से भरे 2 ओवरलोड टिप्परों पकड़कर पुलिस के सुपुर्द किया। इस दौरान उन्होंने टिप्पर चालकों से दस्तावेज भी मांगे लेकिन टिप्पर चालक कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाए। मौके पर देखते ही देखते कई लोग भी जुट गए और नेता विपक्ष के साथ हो लिए। इस दौरान काफी देर तक जमकर हंगामा भी हुआ।
खनन को लेकर नेता विपक्ष ने सरकार पर ताबड़तोड़ हमला किया। उन्होंने कहा कि जिला ऊना में अधिकृत लोड से ज्यादा मात्रा में टिप्पर रेत लेकर जा रहे हैं। इसी मार्ग पर पुलिस चौकी भी है लेकिन उन्हें स्पष्ट निर्देश हैं कि इन पर कार्रवाई न की जाए। उन्होंने हाल ही में ऊना से बदले गए एसपी को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि पहले एसपी ने तो खनन पर कोई कार्रवाई न करने की कसम ही खा रखी थी और केवल स्कूटर-बाइकों के ही चालान किए जाते थे।
उन्होंने ने ऊना के नए एसपी से खनन पर कड़ी कार्रवाई की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा कि ओवरलोडिड टिप्परों ने जिला ऊना की 200 करोड़ की सड़कों को तहस-नहस कर दिया है। उन्होंने कहा कि ऊना की स्वां नदी में अब तो बिहार, झारखंड की तर्ज पर खनन माफिया सक्रिय हो गया है लेकिन शासन और प्रशासन फिर भी मूकदर्शक बने हुए हैं।
मुकेश ने कहा कि पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल ने भी खनन के कारण करोड़ों की स्वां नदी तटीकरण योजना को नुक्सान का मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि 1350 करोड़ की स्वां चैनलाइजेशन योजना को पूरी तरह से नुक्सान पहुंचाया जा रहा है, जिसके चलते इस ओर उचित कदम उठाए जाने चाहिए।