Edited By Vijay, Updated: 21 Nov, 2018 07:07 PM
माननीय सर्वोच्च न्यायालय का फैसला जो भी आता है, उसका हर वर्ग मान-सम्मान करता है लेकिन जिस तरह से बीते माह सर्वोच्च न्यायालय ने धूमल और उनके बेटे अनुराग ठाकुर पर फैसला दिया था, उसके बाद जिस तरह से भाजपा के नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर...
सुजानपुर: माननीय सर्वोच्च न्यायालय का फैसला जो भी आता है, उसका हर वर्ग मान-सम्मान करता है लेकिन जिस तरह से बीते माह सर्वोच्च न्यायालय ने धूमल और उनके बेटे अनुराग ठाकुर पर फैसला दिया था, उसके बाद जिस तरह से भाजपा के नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर बेलगाम होकर अनाप-शनाप आरोप लगाए थे, वे सही नहीं थे। उक्त शब्द सुजानपुर विधायक राजेंद्र राणा ने कहे। उन्होंने कहा कि जनता की अदालत सर्वोच्च न्यायालय की अदालत से भी बड़ी अदालत होती है और जनता की अदालत में बीते 57 वर्ष से पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह राज कर रहे हैं और जीत दर्ज कर रहे हैं।
ऐसी शख्सियत का भगवान भी देता है साथ
उन्होंने कहा कि जिस तरह से सर्वोच्च न्यायालय ने अपनी भूल जग जाहिर करते हुए फैसले को गलत करार दिया है यह उन लोगों के मुंह पर तमाचा है, जो वीरभद्र सिंह के ऊपर बयानबाजी कर रहे थे। उन्होंने ने कहा कि जिस व्यक्ति ने 6 बार प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया हो और बीते 57 वर्ष से राजनीति में जनता से जुड़े हों ऐसी शख्सियत का भगवान भी साथ देता है और कई बार झूठे भाजपा के मुकद्दमों में वीरभद्र सिंह पाक साफ निकलकर बाइज्जत बरी हुए हैं।