Edited By kirti, Updated: 03 Jun, 2018 03:30 PM
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व विधायक सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने स्पीकर राजीव बिंदल और डिप्टी स्पीकर हंसराज के जनमंच कार्यक्रम में भाग लेने पर आपत्ति जताई है। सुक्खू ने कहा कि संवैधानिक पदों पर बैठे विधानसभा स्पीकर व डिप्टी स्पीकर को ऐसे...
शिमला(राक्टा):हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व विधायक सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने स्पीकर राजीव बिंदल और डिप्टी स्पीकर हंसराज के जनमंच कार्यक्रम में भाग लेने पर आपत्ति जताई है। सुक्खू ने कहा कि संवैधानिक पदों पर बैठे विधानसभा स्पीकर व डिप्टी स्पीकर को ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेना शोभा नहीं देता। ये पद तटस्थ होते हैं, इसलिए पार्टी लाइन पर चलाए जाने वाले सरकारी कार्यक्रमों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। स्पीकर-डिप्टी स्पीकर विधानसभा सदस्यों के गार्जियन भी होते हैं। उन्होंने संविधान के दायरे में रहकर ही काम करना होता है।
विधानसभा में विपक्ष की आवाज उठाने का माध्यम स्पीकर होते हैं
उन्होंने भाजपा पर संवैधानिक संस्थाओं का राजनीतिकरण करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा संविधान का मजाक उड़ा रही है। जनमंच विशुद्ध तौर पर भाजपा का कार्यक्रम है। इसमें स्पीकर और डिप्टी स्पीकर की ड्यूटी कैसे लगाई जा सकती है। अगर संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति इनमें शामिल होंगे तो उनसे निष्पक्षता की उम्मीद नहीं की जा सकती। विधानसभा में विपक्ष की आवाज उठाने का माध्यम स्पीकर होते हैं, उनकी गैरमौजूदगी में यह जिम्मेदारी डिप्टी स्पीकर की रहती है। दोनों ही संवैधानिक व्यक्तियों का पार्टी के सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल होना अनुचित है।
संवैधानिक पद की गरिमा को तार-तार किया
उन्होंने कहा कि स्पीकर-डिप्टी स्पीकर जनमंच कार्यक्रम से दूरी बनाकर रखते तो उनके पद की गरिमा और बढ़ती। उन्हें भाजपा की कठपुतली बनना शोभा नहीं देता। दोनों ने ही संवैधानिक पद की गरिमा को तार-तार किया है। बिंदल अनुभवी राजनेता हैं और स्पीकर पद की गरिमा को भलीभांति समझते हैं, उनसे ऐसी उम्मीद नहीं थी। कांग्रेस अध्यक्ष के अनुसार भाजपा संवैधानिक पदों का भगवाकरण कर लोकतंत्र को खतरे में डाल रही है। इससे विपक्ष का स्पीकर के निष्पक्ष न होने पर संदेह बढ़ेगा। उनकी यही सलाह है कि पद की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए स्पीकर-डिप्टी स्पीकर संविधान के दायरे में रहकर कार्य करें।