Edited By Ekta, Updated: 27 May, 2018 09:32 AM
अंडर ट्रांसफर चल रहे एक निजी कंपनी के कामगार द्वारा जहर निगलने से हुई मौत मामले को लेकर देर रात क्षेत्रीय अस्पताल में पारिवारिक सदस्यों और कंपनी कामगारों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि लोअर पंजावर...
ऊना (विशाल): अंडर ट्रांसफर चल रहे एक निजी कंपनी के कामगार द्वारा जहर निगलने से हुई मौत मामले को लेकर देर रात क्षेत्रीय अस्पताल में पारिवारिक सदस्यों और कंपनी कामगारों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि लोअर पंजावर निवासी मृतक अनिल कुमार का कंपनी द्वारा तबादला कर दिया गया था, जिससे वह मानसिक तनाव में था और इसी के चलते उसने आत्महत्या की है। उपरोक्त सभी ने इसके लिए कंपनी के 5 अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने न केवल कंपनी प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की, बल्कि जिला प्रशासन को भी जमकर कोसा।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एस.डी.एम. ऊना विनय मोदी और डी.एस.पी. हरोली कुलविंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। देर रात कंपनी के पांचों अधिकारियों के खिलाफ आई.पी.सी. की धारा 306 व 34 के तहत मामला दर्ज करते हुए पांचों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और शनिवार को अदालत द्वारा पांचों को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। अदालत के बाहर भी कंपनी के काफी संख्या में कामगार मौजूद रहे, जिसके चलते माहौल तनावपूर्ण रहा।
जिला दंडाधिकारी ऊना राकेश कुमार प्रजापति ने कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के दृष्टिगत बसाल स्थित उक्त कंपनी में आगामी आदेशों तक कंपनी तथा इसकी 200 मीटर परिधि में धारा 144 लागू कर दी है तथा कंपनी को बंद कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने रैडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से प्रभावित परिवार को 50 हजार रुपए की फौरी राहत राशि उपलब्ध करवा दी है। उन्होंने बताया कि मृतक व्यक्ति का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया है तथा मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया है।