Edited By Vijay, Updated: 05 Aug, 2020 07:29 PM
हिमाचल में लॉकडाऊन के दौरान आत्महत्याओं के मामले तेजी से बढ़े हैं। इस वर्ष जनवरी में 40, फरवरी में 45, मार्च में 32, अप्रैल में 47, मई में 89, जून में 112 जबकि जुलाई माह में 101 लोगों ने मौत को गले लगाया है यानि कि 7 माह में कुल्ल 466 लोगों ने...
शिमला (ब्यूरो): हिमाचल में लॉकडाऊन के दौरान आत्महत्याओं के मामले तेजी से बढ़े हैं। इस वर्ष जनवरी में 40, फरवरी में 45, मार्च में 32, अप्रैल में 47, मई में 89, जून में 112 जबकि जुलाई माह में 101 लोगों ने मौत को गले लगाया है यानि कि 7 माह में कुल्ल 466 लोगों ने आत्महत्या की। जनवरी से मार्च तक 117 लोगों ने आत्महत्या की जो अप्रैल से जुलाई माह तक लगभग डबल होकर 349 हो गई यानि कि 4 माह में औसतन 3 लोगों ने हर दिन आत्महत्या की। यह जानकारी पै्रस वार्ता में हिमाचल पुलिस प्रमुख संजय कुंडू ने दी है।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में 7 माह के दौरान 306 आईपीसी के तहत 55 मामले दर्ज हुए जबकि सीआरपीसी 174 के तहत 411 मामले दर्ज किए गए। 306 के तहत दर्ज 55 मामलों में 20 पुरुषों के मुकाबले 35 महिलाओं ने आत्महत्या की जबकि 174 के तहत दर्ज मामलों में 140 महिलाओं के मुकाबले 271 पुरुषों ने आत्महत्या की। उन्होंने कहा कि इन मामलों के बढऩे की वजह स्वास्थ्य विभाग ही बता सकता है।लेकिन ये बढ़ते मामले चिंता का कारण हैं। इन बढ़ते मामलों लेकर सरकार को अवगत करवा दिया है।