Edited By Vijay, Updated: 11 Sep, 2018 02:35 PM
हिमाचल प्रदेश के दुर्गम एवं जनजातीय क्षेत्र लाहौल-स्पीति में एकलव्य स्कूल खोलने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए कृषि मंत्री डा. रामलाल मारकंडा ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मामले को उठाया है।
शिमला (कुलदीप): हिमाचल प्रदेश के दुर्गम एवं जनजातीय क्षेत्र लाहौल-स्पीति में एकलव्य स्कूल खोलने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए कृषि मंत्री डा. रामलाल मारकंडा ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मामले को उठाया है। उन्होंने कहा कि इससे जनजातीय जिला में 100 फीसदी साक्षरता के लक्ष्य को हासिल किया जा सकेगा। इस स्कूल को लाहौल घाटी में खोला जाएगा। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने देश के सभी जनजातीय विकास खंडों में वर्ष 2022 तक एकलव्य स्कूल खोलने की योजना बनाई है। योजना के तहत जनजातीय जिलों व विकास खंडों के बच्चों को नवोदय स्कूल की तर्ज पर शिक्षा प्रदान की जाएगी।
प्रदेश सरकार उठाना चाहती है केंद्र की योजना का लाभ
केंद्र सरकार की इस योजना का लाभ प्रदेश सरकार भी उठाना चाहती है। इसके लिए लाहौल घाटी में एकलव्य स्कूल खोलने की योजना बनाई जा रही है। कृषि मंत्री का कहना है कि केंद्र से लाहौल घाटी में एकलव्य स्कूल खोलने का मामला उठाया गया है। उन्होंने कहा कि स्पीति में नवोदय विद्यालय है, ऐसे में लाहौल में एकलव्य स्कूल खुलने से क्षेत्र के लोगों को लाभ होगा।