Edited By Vijay, Updated: 13 Dec, 2019 06:26 PM
नगर परिषद सोलन के पास 148 के करीब रेहड़ी-फहड़ी वाले पंजीकृत हैं। वहीं 100 के करीब रेहड़ी-फड़ी वाले अवैध रूप से सोलन शहर में काम कर रहे हैं। नगर परिषद द्वारा लगातार रेहड़ी-फड़ी धारकों को हटाया जाता है लेकिन रेहड़ी वाले फिर से आ जाते हैं।
सोलन (नरेश पाल): नगर परिषद सोलन के पास 148 के करीब रेहड़ी-फहड़ी वाले पंजीकृत हैं। वहीं 100 के करीब रेहड़ी-फड़ी वाले अवैध रूप से सोलन शहर में काम कर रहे हैं। नगर परिषद द्वारा लगातार रेहड़ी-फड़ी धारकों को हटाया जाता है लेकिन रेहड़ी वाले फिर से आ जाते हैं। बता दें कि 2 साल पहले नगर परिषद ने रेहड़ी-फड़ी वालों को हाईवे से हटाकर बाईपास पर स्थापित करने के लिए रैड लाइट के नजदीक वैंडर मार्किट बनाने की योजना तैयार की थी लेकिन 2 सालों से मार्किट बनने का काम अधर में ही लटका है।
कांग्रेस और भाजपा की लड़ाई के चलते नहीं बन पाई मार्किट
2 साल पहले 2017 में सोलन के विधायक और तत्कालीन मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल और नगर परिषद के तत्कालीन अध्यक्ष पवन गुप्ता ने वैंडर मार्किट की आधारशिला रखी थी लेकिन आज दिन तक कांग्रेस और भाजपा की लड़ाई के चलते वैंडर मार्किट बन नहीं पाई है। कई बार कांग्रेस शहर में विकास के कार्यों के पूरा न होने पर भाजपा को घेर चुकी है, वहीं भाजपा भी कांग्रेस के विधायक को कई बार कटघरे में उतार चुकी है लेकिन राजनीति के चलते अभी तक वैंडर जोन पूरा नहीं हो पाया है।
दिनभर हाईवे पर खड़ी रहती हैं रेहड़ियां
नगर परिषद की लेटलतीफी के चलते शहर में दिनभर रेहड़ियां शहर के हाईवे पर खड़ी रहती हैं जबकि खरीददारी करने के लिए लोग भी हाईवे पर ही अपनी गाड़ियां खड़ी कर देते है, जिससे हर समय हादसों का अंदेशा बना रहता है। स्थानीय लोगों ने नगर परिषद से वैंडिंग जोन को शीघ्र शुरू करने की गुहार लगाई है। बता दें कि रेहड़ीधारक बाईपास में सब्जी, फास्ट फूड, और अन्य चीजों का व्यापार कर अपना घर चलाते हैं लेकिन धूप हो या बारिश, ठंड हो या गर्मी उन्हें वहीं अपनी रेहड़ी चलानी पड़ रही है।
क्या कहते हैं नगर परिषद के अध्यक्ष
वहीं नगर परिषद के अध्यक्ष देवेंद्र ठाकुर ने माना कि सोलन शहर के लिए काफी समय से वैंडिंग जोन स्वीकृत है और इसके लिए कार्य भी चला हुआ है। उन्होंने कहा कि आने वाले 6 माह में वैंडिंग जोन रेहड़ी-फड़ी वालों को दे दिया जाएगा।