Edited By Ekta, Updated: 12 Jul, 2018 11:59 AM
हिमाचल प्रदेश में अब 15 अगस्त तक प्रदेश के सामान्य जलों में मछली पकड़ने पर प्रतिबंध रहेगा। कमजोर मानसून व मत्स्य सहकारी समितियों की राय से इस बात पर सहमति बनी है। मात्स्यिकी विभाग हिमाचल प्रदेश ने प्रदेश के सामान्य जलों में मछली के स्वत: प्रजनन पर...
बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश में अब 15 अगस्त तक प्रदेश के सामान्य जलों में मछली पकड़ने पर प्रतिबंध रहेगा। कमजोर मानसून व मत्स्य सहकारी समितियों की राय से इस बात पर सहमति बनी है। मात्स्यिकी विभाग हिमाचल प्रदेश ने प्रदेश के सामान्य जलों में मछली के स्वत: प्रजनन पर गत 4-5 वर्षों में मानसून के देरी से आने और सामान्य से कम वर्षा होने का अध्ययन करने पर पाया है कि जून-जुलाई में कम वर्षा होने के कारण प्रदेश के सामान्य जलों में मछली स्वत: प्रजनन नहीं कर पा रही थी जिसका इसके उत्पादन पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा था।
प्रदेश के सामान्य जलों में मछली पकड़ने पर 2 माह 1 जून से 31 जुलाई तक प्रतिबंध रहता था जिसे अब बढ़ाकर 15 अगस्त कर दिया गया है। इस संदर्भ में प्रदेश के चारों जलाशयों गोबिंदसागर, पौंग डैम, चमेरा व कोल डैम में कार्यरत सहकारी सभाओं से चर्चा कर इस अवधि को बढ़ाने पर चर्चा की गई और उनकी सहमति बन जाने पर विभाग की तरफ से यह निर्णय लिया गया। वहीं प्रदेश मत्स्य विभाग के निदेशक एवं प्रारक्षी सतपाल मेहता ने आशा जताई कि इस निर्णय से जहां प्रदेश के जलाशयों में कार्यरत मछुआरों की मांग को सरकार ने माना है, वहीं इससे मत्स्य उत्पादन में भी वृद्धि होगी।