Edited By Vijay, Updated: 12 Jan, 2021 05:27 PM
राज्य निर्वाचन आयोग ने 8000 थर्मल स्कैनर और 40 हजार से अधिक फेस शील्ड की खरीद कर ली है। चुनाव के दौरान कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए थर्मल स्कैनर और फेस शील्ड के अलावा सैनिटाइजर भी खरीद लिया गया है। इनकी खरीद जिला स्तर पर की गई है। स्वास्थ्य विभाग...
शिमला (देवेंद्र): राज्य निर्वाचन आयोग ने 8000 थर्मल स्कैनर और 40 हजार से अधिक फेस शील्ड की खरीद कर ली है। चुनाव के दौरान कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए थर्मल स्कैनर और फेस शील्ड के अलावा सैनिटाइजर भी खरीद लिया गया है। इनकी खरीद जिला स्तर पर की गई है। स्वास्थ्य विभाग ने इनकी खरीद को टैंडर किए थे। इसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा इनकी खरीद की गई। इस पर तकरीबन पौने 2 करोड़ की लागत बताई जा रही है। फेस शील्ड चुनाव ड्यूटी वाले सभी कर्मचारियों को दी जाएगी ताकि कर्मचारी इनका इस्तेमाल मतदान और मतगणना के दौरान कर सकें। वहीं थर्मल स्कैनर का प्रयोग प्रत्येक मतदान केंद्र पर मतदाताओं की स्कैनिंग में किया जाएगा। इसी तरह प्रत्येक पोलिंग पार्टी को सैनिटाइजर भी दिया जाएगा।
इससे पहले निर्वाचन आयोग ने राजस्थान सरकार से थर्मल स्कैनर किराए पर लेने का सुझाव दिया था क्योंकि राजस्थान में कुछ समय पहले ही पंचायत चुनाव संपन्न हुए हैं। वहां पर निर्वाचन आयोग ने काफी संख्या में थर्मल स्कैनर खरीद रखे हैं। इसे देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने सरकार से यह मामला उठाया। तब सरकार ने अपने ही थर्मल स्कैनर खरीदने को कहा और इसके लिए करीब डेढ़ करोड़ की राशि मंजूर की। माना जा रहा है कि चुनाव के बाद जब तक कोरोना रहता है तब तक इनका इस्तेमाल स्कूल-कॉलेज, दफ्तरों इत्यादि में किया जा सकेगा।
निर्वाचन अधिकारी संजीव महाजन ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने सरकार से बजट मिलने के बाद फेस शील्ड, थर्मल स्कैनर और सैनिटाइजर की खरीद कर ली है। मतदान संपन्न होने के बाद पोलिंग पार्टियों से थर्मल स्कैनर वापस लिए जाएंगे।