Edited By Ekta, Updated: 03 Apr, 2018 03:04 PM
सूबे के खेल संघों में गैर-कानूनी तरीके से चुनाव और खेल विधेयक की वापसी को लेकर जयराम सरकार पर सवाल उठने लगे हैं। इसी के चलते विधानसभा में मंगलवार को स्पोर्ट्स एसोसिएशन पर एक दल विशेष के नेताओं के कब्जे के विरोध में कांग्रेस ने हल्ला बोला। वहीं...
शिमला (राजीव): सूबे के खेल संघों में गैर-कानूनी तरीके से चुनाव और खेल विधेयक की वापसी को लेकर जयराम सरकार पर सवाल उठने लगे हैं। इसी के चलते विधानसभा में मंगलवार को स्पोर्ट्स एसोसिएशन पर एक दल विशेष के नेताओं के कब्जे के विरोध में कांग्रेस ने हल्ला बोला। वहीं कांग्रेसी विधायकों ने खेल विधेयक को वापस लेने के फैसले पर सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं। खेल विधेयक की वापसी को लेकर कांग्रेस ने सदन में चर्चा की मांग की, जिसे विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने अस्वीकार कर दिया।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष चर्चा की मांग पर अड़ रहा और हंगामा करना शुरू कर दिया। विरोधियों ने सरकार पर खेल माफिया को संरक्षण देने के आरोप लगाया और काफी देर नारेबाजी के बाद सदन से वॉकआउट कर दिया। कांग्रेसी विधायक रामलाल ठाकुर ने हिमाचल हॉकी में बिना नोटिस दिए इस पद पर तैनात अध्यक्ष को हटाकर बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर के काबिज होने पर कड़ा एतराज जताया।
उन्होंने कहा कि बिना किसी नोटिस के यह सारी कार्यवाही हुई है। इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि उनके नोटिस को जवाब के लिए सरकार को भेजा गया है। वहां से चर्चा के बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि जब स्पोर्ट्स बिल को सदन में रखा जाएगा, उस समय भी वे अपनी बात में रख सकते हैं।