Edited By Vijay, Updated: 03 Sep, 2019 08:36 PM
विकास खंड राजगढ़ के प्रधानों-उपप्रधानों तथा सांसद सुरेश कश्यप व कृषि एवं विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव सिंह भंडारी के बीच लगभग 2 महीने पहले उपजे विवाद को पंचायती राज सम्मेलन के समय फिर से हवा मिल गई।
राजगढ़ (गोपाल): विकास खंड राजगढ़ के प्रधानों-उपप्रधानों तथा सांसद सुरेश कश्यप व कृषि एवं विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव सिंह भंडारी के बीच लगभग 2 महीने पहले उपजे विवाद को पंचायती राज सम्मेलन के समय फिर से हवा मिल गई। आज से लगभग 2 महीने पहले पंचायत सम्मेलन में विकास खंड राजगढ़ के भाजपा व कांग्रेस समर्थित पंचायत प्रधानों, उपप्रधानों व पंचायत समिति सदस्यों ने कृषि एवं विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव भंडारी व सांसद सुरेश कश्यप के भाषणों का विरोध जताया था। पंचायत पदाधिकारी इन दोनों से इस बात से खफा हैं कि गत माह जब यहां के पंचायत पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे बीडीओ राजगढ़ के स्थानांतरण रदद् करने के मामले को लेकर जामन की सैर पंचायत में मिलने गया तो उन्होंने उचित व्यवहार नहीं किया और खाना तो दूर बैठने तक को नहीं कहा गया।
भाषण देने से पहले ही उठकर मैदान से बाहर चले गए प्रतिनिधि
मंगलवार को पंचायत सम्मेलन में सभी पंचायत पदाधिकारी शामिल हुए थे। कार्यक्रम जब शुरू हुआ तो अधिकतर पदाधिकारी आगे की पंक्ति में बैठे थे। उन्होंने सभी के भाषण सुने लेकिन जैसे ही कृषि एवं विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव भंडारी भाषण देने के लिए खड़े हुए तो ये सब उठकर मैदान से बाहर चले गए। उसके बाद सांसद सुरेश कश्यप ने भाषण दिया तब भी ये सब मैदान के बाहर ही रहे।
क्या बोले पंचायत प्रतिनिधि
पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि वे न तो सम्मेलन का विरोध कर रहे हैं और न ही मंत्री का, वे केवल 2 लोगों का विरोध कर रहे हैं। विकास खंड राजगढ़ की पंचायत प्रधान परिषद के अध्यक्ष बाबू राम शर्मा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि इन दोनों नेताओं ने पंचायत पदाधिकारियों के साथ उचित व्यवहार नहीं किया था, इसलिए यह विरोध स्वरूप बहिष्कार किया गया।
क्या कहते हैं सांसद सुरेश कश्यप
सांसद सुरेश कश्यप का कहना था कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि पंचायत प्रधान व उपप्रधान कार्यक्रम से कुछ समय के लिए क्यों उठ कर चले गए। उन्होंने हमेशा पंचायत प्रतिनिधियों को आदर व सम्मान दिया है।