Edited By Simpy Khanna, Updated: 31 Aug, 2019 01:38 PM
कुल्लू पुलिस, सीबीएन, सहभागिता की टीम ने हर साल की भांति कुल्लू जिला में चरस उखाड़ों अभियान चलाया है,जिसमें 6 अगस्त से सी.बी.ए व सहभागिता की टीम ने अब तक करीब 2000 वीघा भूमि में से चरस की खेती नष्ट की है
कुल्लू (दिलीप): कुल्लू पुलिस, सीबीएन, सहभागिता की टीम ने हर साल की भांति कुल्लू जिला में चरस उखाड़ों अभियान चलाया है,जिसमें 6 अगस्त से सी.बी.ए व सहभागिता की टीम ने अब तक करीब 2000 वीघा भूमि में से चरस की खेती नष्ट की है। इसके इलावा पुलिस की आई.आर.बी.एन के करीब 125 जवान मणिकर्ण व मलाणा में 22 अगस्त से चरस की खेती को नष्ट कर रहे है जिसमें पिछले एक सप्ताह में करीब 680 वीघा भूमि से चरस की खेती नष्ट की है। कुल्लू जिला के सभी थाना प्रभारियों की टीम ने पंचायत प्रतिनिधियों व युवक मंडल व महिला मंडल के साथ मिलकर 280 वीघा भूमि से चरस की खेती नष्ट की है। जिसमें मलाणा में 160 ,मणिकर्ण से 220,बंजार 185,मनाली से 280 वीघा भूमि से चरस की खेती को नष्ट किया गया है।वहीं पुलिस विभाग,सीबीए व सहभागिता की टीम 21 सिंतबर तक चरस उखाड़ों भाग अभियान को पूरा करेगी।
इस दौरान कुल्लू जिला की सभी पंचायतों व नगर परिषद व नगर पंचायत में इस अभियान के तहत चरस की खेती को नष्ट करेगी। ए.एस.पी कुल्लू राज कुमार चंदेल ने बताया कि कुल्लू जिला में पुलिस,सीबीएन व सहभागिता की टीम के साथ आईआरबीएन के जवान लगातार चरस उखाड़ों अभियान को सफल बनाने के लिए लगातार कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला में अभी तक करीब 3 हजार वीघा भूमि पर चरस की खेती को नष्ट किया गया है, जिसमें पूरी जिला के अलग-अलग क्षेत्रो में विभिन्न टीमों द्वारा चरस की खेती को नष्ट करने के लिए सहयोग दिया गया है।
उन्होंने कहा कि इस अभियान में स्थानीय युवक मंडल,महिला मंडल व पंचायत प्रतिनिधियों का भरपूर सहयोग मिल रहा है जिसमें महिलाए बढ़-चढ़ कर भाग ले रही है और 21 सिंतबर तक पुलिस इस लक्ष्य को पूरा करेगी, जिससे भांग की खेती को जड़ से खत्म कर निर्णय लिया गया है।उन्होंने कहा कि चरस की खेती को काटने के लिए पुलिस के जवानो को कड़ी मशक्कत करने पड़ रही है जिससे घास काटने बाली मशीनो के उपयोग करना पड़ रहा है।उन्होंने कहा कि वन विभाग के कर्मचरियों का सहयोग लिया जा रहा है और भांग को काटने के बाद जलाकर नष्ट किया जा रहा है।