Edited By Ekta, Updated: 28 May, 2019 09:20 AM
लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस में कुछ सही नहीं चल रहा है। हार के बाद कुछ पदाधिकारी अपना त्याग पत्र देने चाह रहे हैं, लेकिन पार्टी उनका इस्तीफा लेने को तैयार नहीं है। कुछ ऐसा ही मामला सोमवार को सामने आया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार जिला...
शिमला (राक्टा): लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस में कुछ सही नहीं चल रहा है। हार के बाद कुछ पदाधिकारी अपना त्यागपत्र देने चाह रहे हैं, लेकिन पार्टी उनका इस्तीफा लेने को तैयार नहीं है। कुछ ऐसा ही मामला सोमवार को सामने आया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार जिला कांग्रेस कमेटी शिमला ग्रामीण से जुड़े दो से तीन पदाधिकारी सोमवार को अपना त्याग पत्र देने पार्टी कार्यालय राजीव भवन पहुंचे लेकिन उनका इस्तीफा नहीं लिया गया। बताया गया है कि संबंधित पदाधिकारियों ने चुनाव में अपने बूथों से पार्टी प्रत्याशी को लीड न दिलवाने के चलते नैतिकता के आधार पर त्याग पत्र देने का निर्णय लिया है।
इसी कड़ी में आगामी दिनों में भी कुछ पदाधिकारी अपना त्याग पत्र देेने के लिए पार्टी कार्यालय पहुंच सकते हैं, ऐसे में पदाधिकारियों के इस कदम ने पार्टी नेताओं की दिक्क तें भी बढ़ा दी हैं। गौर हो कि चुनाव में मिली करारी हार की जिम्मेदारी लेने पार्टी का कोई भी वरिष्ठ नेता आगे नहीं आया है, जबकि कुछ जिला और ब्लॉक स्तर के पदाधिकारी अपने बूथों में लीड न मिलने के चलते त्याग पत्र देने की तैयारियों में हैं। इसको लेकर पदाधिकारी अपने-अपने नेताओं से भी संपर्क साध चुके हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के राजनीतिक सलाहकार हरिकृष्ण हिमराल ने संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि कुछ पदाधिकारियों के सोमवार को कार्यालय आने की बात कही जा रही थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एकजुट है और चुनावी हार की समीक्षा के बाद संगठन आगामी कदम उठाएगा।
व्यापक फेरबदल की चल रहीं तैयारियां
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस में जल्द ही व्यापक स्तर पर फेरबदल की तैयारियां चल रहीं है। इसके तहत जिला और ब्लॉक स्तर पर नए चेहरों को आगे लाया जा सकता है। ऐसे में अभी इस्तीफे नहीं लिए जा रहे हैं। सोमवार को जो नेता त्याग पत्र देने पहुंचे थे, उनमें कुछ ऐसे भी बताए गए हैं, जिनके पास दो-दो कार्यभार हैं। सूत्रों के अनुसार संबंधित पदाधिकारी दोनों पदों से त्याग पत्र देने की बात कह रहे हैं।