Edited By Vijay, Updated: 19 Dec, 2018 04:14 PM
सहकारिता में प्रदेश का भविष्य निहित है क्योंकि प्रदेश के युवाओं को बेरोजगारी से अगर कोई चीज छुटकारा दिला सकती है तो वह केवल सहकारिता है। यह बात सामाजिक न्याय एवं सहकारिता मंत्री डा. राजीव सहजल ने सोलन की सब्जी मंडी में इस योजना केशुभारम्भ अवसर पर...
सोलन (चिनमय): सहकारिता में प्रदेश का भविष्य निहित है क्योंकि प्रदेश के युवाओं को बेरोजगारी से अगर कोई चीज छुटकारा दिला सकती है तो वह केवल सहकारिता है। यह बात सामाजिक न्याय एवं सहकारिता मंत्री डा. राजीव सहजल ने सोलन की सब्जी मंडी में इस योजना केशुभारम्भ अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि भारत में सबसे पहली को-ऑपे्रटिव सोसायटी का गठन वर्ष 1892 में ऊना में हुआ था लेकिन हिमाचल इसमें सराहनीय प्रदर्शन नहीं कर पाया लेकिन अब समय आ गया है कि हिमाचल में कार्यरत विभिन्न को-ऑपे्रटिव सोसायटी का उत्थान किया जाए ताकि वे निकट भविष्य में बेहतरीन कार्य कर सकें।
20 प्रतिशत ऋण और 20 प्रतिशत का मिलेगा अनुदान
उन्होंने कहा कि को-ऑपे्रटिव सोसायटी के जीर्णोद्धार के लिए केंद्र सरकार ने 74 करोड़ की राशि आई.सी.डी.पी. प्रोजैक्ट के तहत सोलन के लिए मंजूर की है ताकि जो को-ऑपे्रटिव सोसायटी धन के अभाव के कारण अपने आप को विकसित नहीं कर पा रहीं थीं उन्हें 20 प्रतिशत तक का ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा और साथ ही उन्हें 20 प्रतिशत का अनुदान भी मिलेगा, जिससे जिला में सहकारिता एक आन्दोलन के रूप में आगे बढ़ेगी।