Edited By Vijay, Updated: 22 Jan, 2019 09:26 PM
हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मंगलवार को हुए भारी हिमपात से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। शिमला, कुल्लू, चम्बा, लाहौल-स्पीति, किन्नौर और सिरमौर जिले के ऊपरी इलाकों में दिन भर भारी बर्फबारी हुई। शिमला शहर में बर्फबारी ने बीते 2 सालों का...
शिमला (योगराज): हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मंगलवार को हुए भारी हिमपात से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। शिमला, कुल्लू, चम्बा, लाहौल-स्पीति, किन्नौर और सिरमौर जिले के ऊपरी इलाकों में दिन भर भारी बर्फबारी हुई। शिमला शहर में बर्फबारी ने बीते 2 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। शिमला में एक फुट बर्फबारी दर्ज की गई। जबकि शिमला से सटे कुफरी में 18 सै.मी., चम्बा के डल्हौजी व भरमौर में 15 सै.मी. और किन्नौर के कल्पा में 18 सैंटीमीटर ताजा हिमपात दर्ज हुआ। बर्फबारी से शिमला शहर की ज्यादातर अंदरूनी सड़कों के अवरुद्ध होने से राजधानी की रफ्तार थम गई, वहीं कई इलाकों में बिजली गुल रही।
अप्पर शिमला का राजधानी से कटा संपर्क
बर्फबारी से प्रदेश भर में 5 नैशनल हाईवे सहित 377 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। वहीं एच.आर.टी.सी. के सैंकड़ों रूट बाधित हुए। कई जगहों पर एच.आर.टी.सी. की बसों के फंसने की भी सूचना है। बर्फबारी से सबसे अधिक 204 सड़कें शिमला जोन में बाधित हैं। इनमें रोहड़ू सर्कल में 87, रामपुर सर्कल में 85 और शिमला सर्कल में 27 सड़के बंद हैं। जिला शिमला में भारी बर्फबारी से हिन्दूस्तान-तिब्बत राष्ट्रीय राजमार्ग के बंद हो जाने से अप्पर शिमला का राजधानी से सम्पर्क कट गया है।
बर्फबारी से शिमला के 120 से अधिक रूट प्रभावित
राजधानी शिमला को हरियाणा और पंजाब से जोड़ने वाला 90 किलोमीटर लम्बा शिमला-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग भी बर्फबारी की वजह से आज दिन में अवरुद्ध हो गया। बर्फबारी के कारण जिला शिमला के 120 से अधिक रूटों पर मंगलवार को बसें नहीं भेजी गईं। एच.आर.टी.सी. के तारादेवी डिपो के सर्वाधिक 80 रूट बाधित हुए हैं। जिलाधीश शिमला अमित कश्यप ने पर्यटकों से अपनी गाड़ी न चलाने की अपील की है और कहा कि सड़कों को खोलने का काम चल रहा है। जिला प्रशासन के फेसबुक पेज पर लोगों को सड़क खोलने और बंद होने की जानकारी अपडेट की जा रही है।
153 जे.सी.बी., 27 टिप्पर और 8 डोजर सड़कों को बहाल करने में जुटे
प्रदेश के कांगड़ा जोन के डल्हौजी सर्कल में 96 और मंडी जोन के कुल्लू सर्कल में 36 व मंडी सर्कल में 26 सड़कें अवरुद्ध हैं। इसके अलावा 5 नैशनल हाईवे भी बाधित हैं। सड़कों को बहाल करने के लिए 153 जे.सी.बी., 27 टिप्पर और 8 डोजर लगाए गए हैं। बर्फबारी से अब तक सड़कों को 388 करोड़ का नुक्सान पहुंचा है।
समुचे प्रदेश में ठंड का प्रकोप बढ़ा
प्रदेश के निचले व मैदानी इलाकों में गरज के साथ जोरदार बारिश हुई। घुमरूर में सर्वाधिक 62, धर्मशाला में 47, गुलेर में 45, नयनादेवी, पालमपुर व बलद्वारा में 42, कसौली में 41, गगल मसीह 40 और नगरोटा में 39 मि.मी. बारिश हुई। मौसम में आए इस बदलाव से अधिकतम व न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट आने से समुचे प्रदेश में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है।
26 जनवरी तक जारी रहेगा बारिश-बर्फबारी का दौर
मौसम विभाग ने फिलहाल बारिश-बर्फबारी से राहत मिलने से इंकार किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से 26 जनवरी तक प्रदेश में बारिश-बर्फबारी का दौर जारी रहेगा। 27 जनवरी से प्रदेश में मौसम के साफ होने के आसार हैं।