Edited By prashant sharma, Updated: 12 Dec, 2020 05:05 PM
मनाली व लाहौल की पहाड़ियों पर भारी बर्फबारी हुई है। रोहतांग दर्रे सहित अटल टनल के दोनों छोर में भारी बर्फबारी हुई है। अटल टनल के दोनों छोर पर बर्फबारी के कारण केलांग का मनाली से संपर्क कटा हुआ है।
मनाली (ब्यूरो) : मनाली व लाहौल की पहाड़ियों पर भारी बर्फबारी हुई है। रोहतांग दर्रे सहित अटल टनल के दोनों छोर में भारी बर्फबारी हुई है। अटल टनल के दोनों छोर पर बर्फबारी के कारण केलांग का मनाली से संपर्क कटा हुआ है। बीआरओ शनिवार सुबह से इस सड़क को बहाल करने में जुट गया है। लाहौल-स्पीति व कुल्लू के समस्त पहाड़ बर्फ से लद गए हैं जिससे बागवानों-किसानों सहित पर्यटन कारोबारी खुश हैं। एक सप्ताह के भीतर रोहतांग दर्रे में अब तक 4 फुट से अधिक बर्फ जमा हो गई है।
राहनीनाला, मढ़ी, ब्यासनाला, राहलाफाल, गुलाबा, सोलंग व कोठी पर्यटन स्थलों में भी बर्फ की मोटी चादर बिछ गई है। रोहतांग सहित राहनीनाला, मढ़ी, धुंधी की पहाड़ियों, हामटा की पहाड़ियों, मकरवेद व शिकरवेद जोत, भृगु व दशौहर लेक में भारी बर्फबारी हुई है। रोहतांग दर्रा पहले ही वाहनों के लिए अवरुद्ध हो गया है, जबकि अटल टनल से भी वाहनों की आवाजाही फिलहाल बंद कर दी गई है। मनाली के सोलंग व कोठी गांव में सबसे अधिक हिमपात हुआ है। वहां अब तक एक फुट से अधिक बर्फ जमा हो गई है, बावजूद इसके कुछ संपर्क मार्ग को छोड़ वाहन सेवा जारी है।
लाहौल के पहाड़ों में भारी बर्फबारी हुई है, जबकि सभी सड़कें बंद हो गई हैं। बारालाचा, शिंकुला, कुंजुम, लेडी ऑफ केलांग सहित कोकसर, सिस्सू, गोंधला, दारचा, जिस्पा, नैनगार व मयाड़ घाटी में भारी बर्फबारी हुई है। लाहौल-स्पीति पुलिस ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि रोहतांग टनल से सिस्सू तक रोड साफ कर दिया गया है। अभी तक वाहनों को आने-जाने की अनुमति नहीं है, क्योंकि पहाड़ों से हिमस्खलन आने की संभावना लगातार बनी हुई है। यात्रा करने से पहले फोन नंबर 89880-98067, 89880-98068 पर संपर्क करके जानकारी ले लें ।
एसडीएम मनाली रमन घरसंगी ने बताया कि मनाली में भारी हिमपात की वजह से पर्यटक वाहनों को नेहरूकुंड तक जाने की अनुमति दी है। पतलीकूहल से मनाली तक राष्ट्रीय राजमार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए खुला है। सीमा सड़क संगठन ने भी राजमार्ग बहाली का कार्य शुरू कर दिया है। पर्यटकों से आग्रह है कि वे पूरी सतर्कता बरतें और किसी तरह का जोखिम न उठाएं। वाहनों की आवाजाही राजमार्ग की बहाली में प्रगति के हिसाब से बदलती रहेगी।