Edited By Vijay, Updated: 16 Feb, 2021 09:32 PM
मंगलवार को गोहर की औट पुलिस ने उत्तर प्रदेश के एक तस्कर को औट के बनाला के पास 98 किलोग्राम नाग छतरी के साथ हिरासत में लिया है। श्याम लाल पुत्र दीन बहादुर निवासी नेथारी तहसील दादरी जिला गौतमबुध नगर यूपी के रूप में की गई है। पुलिस अधीक्षक मंडी शालिनी...
गोहर (ख्याली राम): मंगलवार को गोहर की औट पुलिस ने उत्तर प्रदेश के एक तस्कर को औट के बनाला के पास 98 किलोग्राम नाग छतरी के साथ हिरासत में लिया है। श्याम लाल पुत्र दीन बहादुर निवासी नेथारी तहसील दादरी जिला गौतमबुध नगर यूपी के रूप में की गई है। पुलिस अधीक्षक मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने मामले की पुष्टि की है। बता दें कि बर्फ पिघलने के बाद नाचन क्षेत्र के जंगलों में नाग छतरी की पत्तियां निकलते ही लोगों ने अवैध तरीके से दोहन शुरू कर दिया है तथा कुछ प्रभावशाली लोग मजदूरों की सहायता से इसका दोहन करवा रहे हैं। वन विभाग 5 साल बाद एक बीट या रेंज में स्थानीय लोगों को ही जड़ी-बूटी खोदने की अनुमति देता है, वहीं मजदूरों से खुदाई की भी कोई अनुमति नहीं होती।
क्या है नाग छतरी
नाग छतरी को ट्राइलियम गोवानियनम या सतुआ के नाम से जाना जाता है। इसका पौधा 4 हजार मीटर से अधिक की ऊंचाई पर मिलता है। लोकल बाजार में नाग छतरी को 2000 से 3000 रुपए प्रतिकिलो खरीदा जा रहा है, वहीं विदेशों में निर्यात करने वाले इसके दाम 15 से 20 हजार रुपए प्रतिकिलो बताते हैं। चीन इसका बड़ा आयात करने वाला देश माना जाता है।
किस काम आती है नाग छतरी
नाग छतरी का भारत में विशेष रूप से प्रयोग नहीं किया जाता। दिल्ली से इसका सबसे अधिक निर्यात चीन को होता है। औषधि विशेषज्ञ बताते हैं कि इसका प्रयोग हर्बल टॉनिक, च्यवनप्राश और यौवन शक्ति बढ़ाने वाली दवाइयों में किया जाता है।
2 रेंज में नाग छतरी के दोहन की अनुमति
डीएफ ओ नाचन तीर्थराज धीमान वन विभाग की ओर से केवल 2 रेंज में नाग छतरी के दोहन की अनुमति है। वहां भी वैज्ञानिक तरीके से स्थानीय लोग इसका दोहन कर सकते हैं और यदि अन्य क्षेत्र में इसका दोहन चल रहा है तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी। प्रतिबंधित क्षेत्र में जड़ी-बूटी की खुदाई अपराध है।