Edited By Vijay, Updated: 20 Mar, 2019 06:25 PM
हिमाचल के शहीद अजय कुमार को मरणोपरांत शौर्य चक्र से नवाजा गया है। शहीद की मां कमला देवी व पिता सुरेश कुमार को बेटे के मरणोपरांत मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा शौर्य चक्र प्रदान किया गया है। महज 26 साल की उम्र में ही सिरमौरी बेटे अजय...
नाहन (सतीश): हिमाचल के शहीद अजय कुमार को मरणोपरांत शौर्य चक्र से नवाजा गया है। शहीद की मां कमला देवी व पिता सुरेश कुमार को बेटे के मरणोपरांत मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा शौर्य चक्र प्रदान किया गया है। महज 26 साल की उम्र में ही सिरमौरी बेटे अजय कुमार ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे। शहीद अजय कुमार सिरमौर जिला के पच्छाद विकास खंड की कोटला पंजोला पंचायत से ताल्लुक रखते थे। शहीद की बहादुरी की जब शौर्य गाथा राष्ट्रपति भवन में पढ़ी गई तो हरेक हिमाचली का सीना फख्र से चौड़ा हो गया। यही नहीं, शहीद के माता-पिता राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के अलावा सेना प्रमुखों के साथ पहली पंक्ति में सामूहिक चित्र के लिए बैठे देखे गए। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे।
24 अप्रैल, 2018 को पुलवामा में दिया था अदम्य साहस का परिचय
बता दें कि 24 अप्रैल, 2018 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा क्षेत्र में अदम्य साहस का परिचय देते हुए सिरमौर जिला के कोटला पंजोला पंचायत के अजय कुमार शहीद हो गए थे। उस दौरान अजय कुमार ने पाकिस्तान के एक आतंकी को ढेर कर अपनी टुकड़ी को सुरक्षित कर दिया। सुबह पौने 7 बजे घातक पलाटून ने आतंकियों के छिपने के संभावित ठिकानों पर दबिश दे दी थी। इसी बीच अजय कुमार व उनके साथियों पर आतंकियों ने गोलियां की बौछार कर दी। इस दौरान ग्रेनेड भी फैंका गया। अजय कुमार ने बहादुरी का परिचय देते हुए बिना कवर ही आतंकियों से मुकाबला शुरू कर दिया। मुठभेड़ में अजय कुमार को भी गोली लग गई। इसके बाद आर्मी अस्पताल में अजय कुमार ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
21 सितम्बर, 2013 को हुए थे भारतीय सेना में भर्ती
शहीद अजय सुरेश कुमार व कमला के इकलौते बेटे थे। शहीद अजय के भाई की पहले ही मौत हो चुकी थी। शहीद अजय अविवाहित ही थे। उनका जन्म 25 जून, 1992 को हुआ था। अजय कुमार 42 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे। 21 सितम्बर, 2013 को भारतीय सेना में भर्ती हुए अजय कुमार में देशभक्ति का जज्बा कूट-कूट कर भरा हुआ था लेकिन 26 साल की उम्र ही में अदम्य साहस का परिचय देते हुए अजय कुमार ने छोटी सी उम्र में ही देश की रक्षा करते हुए शहादत का चोला ओढ़ लिया था।