Edited By Simpy Khanna, Updated: 09 Jan, 2020 06:02 PM
भले ही ब्राह्मण कल्याण परिषद की ओर से कांगड़ा में रजत जयंती का आयोजन करते हुए परिषद की ओर से शक्ति प्रदर्शन करने की कोशिश की गई लेकिन भाजपा के वरिष्ठ ब्राह्ण नेता और पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद शांता कुमार ने यहां परिषद को न केवल असली ब्राह्मण होने...
धर्मशाला (नृपजीत) : भले ही ब्राह्मण कल्याण परिषद की ओर से कांगड़ा में रजत जयंती का आयोजन करते हुए परिषद की ओर से शक्ति प्रदर्शन करने की कोशिश की गई लेकिन भाजपा के वरिष्ठ ब्राह्ण नेता और पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद शांता कुमार ने यहां परिषद को न केवल असली ब्राह्मण होने का पाठ पढ़ाया बल्कि जात-पात से ऊपर उठ कर समाज में समरसता कैसे स्थापित की जाए इसके लिए भी प्रेरित किया।
शांता कुमार ने समाज को याद दिलाया कि कैसे पाकिस्तान का गठन इसी जात-पात धर्म और समुदाय की बदौलत हुआ था। इतना ही नहीं उन्होंने पाकिस्तान के गठन के बाद भी भारत में जात-पात के स्तर पर अभी तक सुधार न होने का भी दुख प्रकट किया। उन्होंने अपनी ही सरकार के मंत्री के वाक्तव्य का बखान करते हुए कहा कि कैसे सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री राजीव सैजल को कैसे उनके ही प्रदेश में एक मंदिर में जाने से रोका गया था। क्या यही सामाजिक समरसता है। अगर यही सामाजिक समरसता है तो ये हमें पतन की ओर ले जाएगी।
वहीं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी उनके मंत्री के साथ हुए सामाजिक भेदभाव पर चिंता जाहिर की और उन्होंने भी सामाजिक समरसता बरकरार करने की बात कही। कांगड़ा में आयोजित ब्राह्मण कल्याण परिषद का रजत जयंति समारोह भले ही शक्ति प्रदर्शन का एक केंद्र था बावजूद इसके यहां पहुंचे भाजपा के नेताओं ने जो सामाजिक समरसता का पाठ लोगों को पढाया इससे तो यही जाहिर हो रहा है कि आज समाज के कल्याण के लिए अलग-अलग तबकों में नहीं बल्कि सबको एक सूत्र में पिरो कर काम करने की ज़रूरत है।