Edited By Vijay, Updated: 17 Oct, 2018 03:13 PM
कभी चम्बा जिला के लोगों को सरकार ने एक सपना दिखाया था कि आपको आपके ही जिला में रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा लेकिन इस सपने को अब 40 साल बीत गए लेकिन न तो ये सपना पूरा हुआ और न ही सपने दिखाने बंद हुए।
चम्बा: कभी चम्बा जिला के लोगों को सरकार ने एक सपना दिखाया था कि आपको आपके ही जिला में रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा लेकिन इस सपने को अब 40 साल बीत गए लेकिन न तो ये सपना पूरा हुआ और न ही सपने दिखाने बंद हुए। जैसे-जैसे समय बीतता गया सपने भी उस ज्वलंत मुद्दे की तरह नए रूप में आगे निकलते गए। 40 साल पहले जिन युवाओं के साथ सरकार ने वायदा किया था, उनमें से कुछ युवा अब 50 साल से अधिक उम्र के हो चुके हैं और प्रदेश के बाहर निजी कंपनियों में काम कर रहे हैं लेकिन कुछ युवा सरकार पर भरोसा करके अपने घरों में रहे जिन्हें आज तक कुछ हासिल नहीं हुआ है। अब न तो ये लोग किसी कंपनी में जा सकते हैं और न ही कुछ और काम कर सकते हैं।
चुनावों के समय अयोध्या राम मंदिर की तरह उठता रहा मुद्दा
जब-जब विधानसभा व लोकसभा चुनाव आते हैं तो उक्त मुद्दा अयोध्या राम मंदिर की तरह बन जाता है। शगूफा छोड़ दिया जाता है कि सिकरीधार सीमैंट प्लांट का कार्य शुरू कर दिया जाएगा लेकिन तिथि नहीं बताई जाएगी। पहली बार वर्ष 1977 में इस मुद्दे को शांता कुमार ने उठाया था और हर बार लोग भाजपा और कांग्रेस को वोट इसलिए देते रहे हैं ताकि चम्बा में सीमैंट प्लांट खोला जाए लेकिन हर बार लोगों को बेबकूफ बनाया गया। वर्ष 2017 विधानसभा चुनाव से पहले भी पूर्व मुख्यमंत्री एवं चम्बा-कांगड़ा के सांसद शांता ने कहा था कि बहुत राजनीति हो गई। केंद्र में हमारी सरकार है प्रदेश में भाजपा की सरकार ला दो तो चम्बा में सिकरीधार सीमेंट प्लांट लगा दिया जाएगा लेकिन 8 महीनों से भी अधिक समय से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी हुई है।
तीसा दौरे पर आए शांता-जयराम ने छोड़े शगूफे
6 महीने पहले चम्बा जिला के तीसा दौरे पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर आए थे और उस वक्त भी शान्ता कुमार और जयराम ठाकुर ने कहा था कि अक्तूबर में सिकरीधार सीमैंट प्लांट का शिलान्यास किया जाएगा लेकिन अक्तूबर महीना भी अंतिम पड़ाव में हैं लेकिन लोगों को फिर नए शगूफे मिल गए। अब चम्बा के लोगों का दोनों पार्टियों से मन भर गया है। अब जो भी युवां सिकरीधार सीमैंट प्लांट की बात सुनता है वो यही कह देता है भाई इसकी बात मत करो कुछ और कह दो।