Edited By Ekta, Updated: 19 Sep, 2019 03:05 PM
डॉक्टर जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे मरीजों का न सिर्फ इलाज करते हैं, बल्कि उन्हें एक नया जीवन भी देते हैं। इसलिए उन्हें धरती पर भगवान का दर्जा दिया जाता है, उन्हें जीवनदाता कहा जाता है। लेकिन आज के समय में यह कितना सार्थक है इसका अंदाजा चंबा के...
चंबा: डॉक्टर जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे मरीजों का न सिर्फ इलाज करते हैं, बल्कि उन्हें एक नया जीवन भी देते हैं। इसलिए उन्हें धरती पर भगवान का दर्जा दिया जाता है, उन्हें जीवनदाता कहा जाता है। लेकिन आज के समय में यह कितना सार्थक है इसका अंदाजा चंबा के चुराह के नकरोड़ में हुई घटना से पता चलता है। जहां डॉक्टर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। बता दें कि चंबा में महिला मौत मामले में प्रदेश के स्वास्थ्य निदेशालय ने डॉक्टर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
उल्लेखनीय है कि बीते मंगलवार को चुराह के नकरोड़ में एक पिकअप गहरी खाई में जा गिरी थी। पिकअप सवार बाप-बेटे की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि एक राह चलती महिला वाहन की चपेट में आ गई थी। महिला की गंभीर हालत को देखते हुए नकरोड़ स्थित पीएचसी के डॉक्टर को मौके पर बुलाया गया लेकिन वह नहीं आया। स्थानीय विधायक तथा विधानसभा उपाध्यक्ष हंस राज के फोन करने के बावजूद उक्त डॉक्टर मौके पर नहीं पहुंचा और महिला ने दम तोड़ दिया।
स्थानीय लोगों में भी डॉक्टर के प्रति खासा रोष प्रदर्शन किया है। कार्यकारी सीएमओ चंबा डॉक्टर रामकमल ने नोटिस की पुष्टि करते हुए कहा कि डायरेक्टरेट की ओर से डॉक्टर को नोटिस भेजकर तीन दिन में जवाब मांगा गया है।