Edited By Vijay, Updated: 20 Mar, 2019 03:09 PM
भुंतर नगर पंचायत के अंतर्गत बनाई गई दुकानों के किराये पर दुकानदारों ने कुंडली मार रखी है। अब सवाल यह है कि ऐसे में नगर पंचायत भुंतर कमेटी का खर्चा कैसे चला रही है जबकि शहर में सफाई व्यवस्था से लेकर ड्राइवरों व कर्मचारीयों की तनख्वाह और भी बहुत से...
कुल्लू (दिलीप): भुंतर नगर पंचायत के अंतर्गत बनाई गई दुकानों के किराये पर दुकानदारों ने कुंडली मार रखी है। अब सवाल यह है कि ऐसे में नगर पंचायत भुंतर कमेटी का खर्चा कैसे चला रही है जबकि शहर में सफाई व्यवस्था से लेकर ड्राइवरों व कर्मचारीयों की तनख्वाह और भी बहुत से ऐसे खर्चे हैं, जिन्हें पंचायत किराये पर दी दुकानों से निकालती है लेकिन बहुत से ऐसे दुकानदार हैं, जिन्होंने लंबे समय से किराया नहीं दिया फिर भी वे बेझिझक दुकानदारी कर रहे हैं। नगर पंचायत को दुकानदारों से लगभग 45 लाख रुपए किराये के रूप में वसूलने है लेकिन नगर पंचायत बेबस नजर आ रही है। भुंतर की जनता में सुगबुगाहट है कि कमेटी डिफाल्टर दुकानदारों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है। लोग का यह भी कहना है कि इस तरह से तो भुंतर का विकास थम जाएगा।
कुल्लू का प्रवेशद्वार है भुंतर शहर
बता दें कि भुंतर शहर जिला कुल्लू का प्रवेशद्वार है देश-विदेश के पर्यटक यहीं से गुजरते हैं सबसे बड़ी बात कुल्लू-मनाली एयरपोर्ट यहां स्थित है, ऐसे में नगर पंचायत की बहुत बड़ी जिम्मेदारी बनती है कि भुंतर शहर की सुंदरता को चार चांद लगाए। पार्क की सुविधा स्थानीय जनता और पर्यटकों को दी जानी चाहिए ताकि उनके बच्चे पार्क में खेलने का आनंद ले सकें। नगर पंचायत दुकानों से आ रहा रैवन्यू विकास कार्य पर खर्च करती है लेकिन दुकानदार जब लाखों के किराये पर कुंडली मार दें तो जाहिर सी बात है कि विकास की गति तो रुकेगी ही।
क्या कहते हैं नगर पंचायत भुंतर के प्रधान
नगर पंचायत भुंतर के प्रधान कर्ण सिंह से दुकानों के किराये बारे जब पूछा तो उन्होंने स्वीकार किया कि दुकानदारों से लाखों का किराया लेने को है। उन्होंने कहा कि दुकानदारों को किराये की बकाया राशि देने के लिए समय निर्धारित किया जाएगा। उस निर्धारित समय पर ये लोग बकाया राशि नहीं देते तो नगर पंचायत डिफाल्टर दुकानदारों पर करवाई करने पर मजबूर हो जाएगी।