Edited By Vijay, Updated: 06 Aug, 2019 04:42 PM
देवभूमि कहे जाने वाले हिमाचल प्रदेश में अनके देवी-देवताओं के मंदिर स्थित हैं, जिनका अपना-अपना धार्मिक महत्व है। ऐसा ही एक शिव मंदिर सोलन के सलोगड़ा के कथोग में स्थित है, जिसका इतिहास 350 वर्ष पुराना है।
सोलन (नरेश पाल): देवभूमि कहे जाने वाले हिमाचल प्रदेश में अनके देवी-देवताओं के मंदिर स्थित हैं, जिनका अपना-अपना धार्मिक महत्व है। ऐसा ही एक शिव मंदिर सोलन के सलोगड़ा के कथोग में स्थित है, जिसका इतिहास 350 वर्ष पुराना है। विश्वनाथ व सोमनाथ मंदिर की तरह इस मंदिर में हर सोमवार को भगवान शिव का श्रृंगार किया जाता हैै, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु शिव मंदिर में आते हैं।
चंडीगढ़-शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर स्थित इस मंदिर का 350 वर्ष पुराना इतिहास है। लोगों की इस मंदिर से बहुत आस्था जुड़ी हुई है। यह देश के उन गिने-चुने शिव मंदिरों में शुमार हो गया है, जहां पर शिव भगवान की मूर्ति का विधि-विधान के साथ श्रृंगार किया जाता है।
महाराज मंडलेश्वर कल्याण गिरी महाराज ने बताया कि इस मंदिर का इतिहास 350 वर्ष पुराना है। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं का कहना होता था कि विश्वनाथ व सोमनाथ की तरह यहां पर भी शिव का श्रृंगार किया जाए। हर सोमवार को यह श्रृंगार किया जाता है और उसके बाद आरती होती है।