Edited By Ekta, Updated: 04 Jun, 2018 02:09 PM
चीन दौरे के बाद शिमला पहुंची नगर निगम की महापौर कुसुम सदरेट ने पेयजल किल्लत को लेकर शहर की जनता के गुस्से को जायज माना है। उनका कहना है कि शहर की जनता ने उन्हें मेयर का पद दिया है तो पानी न मिलने पर उनका गुस्सा जायज है। उन्होंने राजधानी में पानी की...
शिमला: चीन दौरे के बाद शिमला पहुंची नगर निगम की महापौर कुसुम सदरेट ने पेयजल किल्लत को लेकर शहर की जनता के गुस्से को जायज माना है। उनका कहना है कि शहर की जनता ने उन्हें मेयर का पद दिया है तो पानी न मिलने पर उनका गुस्सा जायज है। उन्होंने राजधानी में पानी की किल्लत से लोगों को हुई परेशानी के लिए माफी मांगी है। कुसुम ने कहा कि यदि उनका यह टूअर भारत में ही होता तो वे नहीं जाती या जल्दी वापस आती। यह विदेश दौरा था इसलिए आने में भी देरी हो गई। पार्षदों के अविश्वास प्रस्ताव लाने पर मेयर ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि मैं जनता से बार-बार माफी मांगती हूं, इतना जल संकट होने का मुझे अंदाजा होता तो मैं चीन दौरे पर नहीं जाती। बीते 27 से 31 मई तक चीन में चले इंटरनैशनल मेयर सम्मेलन में महापौर ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में पर्यटन को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई है। अपने-अपने क्षेत्र में पर्यटन को कैसे बढ़ाया जाए इस पर चर्चा की गई है। मेयर ने चीन के पांच पर्यटन स्थलों का दौरा भी किया।
उन्होंने कहा कि पानी किल्लत वहां पर थी लेकिन शिमला के मुकाबले कम थी। शनिवार शाम को वे यहां पहुंची और रविवार को दिन भर कार्यालय में रहीं। उसके बाद शाम के समय महापौर ने पेयजल समस्या से जूझ रही राजधानी के कुछेक क्षेत्रों का दौरा भी किया। इसके साथ ही शाम के समय महापौर ने कंट्रोल रूम से पानी की स्थिति का जायजा लिया और उसके बाद राम बाजार और लोअर बाजार का भी दौरा किया। सोमवार से मेयर कुसुम सदरेट विभिन्न वार्डों का दौरा करेंगी और पेयजल संकट का जायजा लेंगी।