Edited By Ekta, Updated: 03 Jul, 2019 11:00 AM
राजधानी शिमला में झंझीड़ी स्कूल बस हादसे में मौत के आगोश में सो गई मासूम मेहल व मान्य को स्थानीय लोगों ने एक साथ मिलकर श्रद्धांजलि अर्पित की। स्थानीय लोगों ने बेटियों को श्रद्धांजलि देने के लिए देर शाम करीब 7 बजे झंझीड़ी से लेकर खलीनी तक कैंडल मार्च...
शिमला (राजेश): राजधानी शिमला में झंझीड़ी स्कूल बस हादसे में मौत के आगोश में सो गई मासूम मेहल व मान्य को स्थानीय लोगों ने एक साथ मिलकर श्रद्धांजलि अर्पित की। स्थानीय लोगों ने बेटियों को श्रद्धांजलि देने के लिए देर शाम करीब 7 बजे झंझीड़ी से लेकर खलीनी तक कैंडल मार्च निकाला और अपनी संवेदनाए जाहिर की।
इस दौरान स्थानीय लोगों ने दोनों बेटियों के आत्मा की शांति के लिए प्राथना भी की। कैंडल मार्च के दौरान लोगों की आंखों में आंसू भर आए।
नन्ही मान्या का अंतिम संस्कार
रोहड़ू के शरड़ू गांव की मान्या की हादसे में मौत के बाद क्षेत्र में शोक की लहर है। 13 साल की इस मासूम का उसके गांव शरड़ू में अंतिम संस्कार किया गया। मान्या के पिता भीष्म सिंह तथा माता नीतू शिमला में सरकारी स्कूल में अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं तथा शिमला के खलीणी में रहते हैं।