Edited By Simpy Khanna, Updated: 23 Nov, 2019 10:45 AM
राजधानी शिमला की आबोहवा अब तरोताजा रहेगी। इसके लिए विदेशी कंपनी नगर निगम के साथ काम मिलकर काम करेगी। इको लॉजिस्टिक प्रोजेक्ट के तहत देश के तीन शहरों का विदेशी कंपनी ने चयन किया है जिसमें शिमला शहर भी शामिल है।
शिमला (तिलक राज) : राजधानी शिमला की आबोहवा अब तरोताजा रहेगी। इसके लिए विदेशी कंपनी नगर निगम के साथ काम मिलकर काम करेगी। इको लॉजिस्टिक प्रोजेक्ट के तहत देश के तीन शहरों का विदेशी कंपनी ने चयन किया है जिसमें शिमला शहर भी शामिल है। ये कंपनी शहर को प्रदूषण से कैसे बचाया जाए और ट्रैफिक को कैसे कम किया जाए इस पर कार्य करेगी। खासकर शहर में आने वाले सामान ढोने वाले वाहनों का सर्वे किया जाएगा कि किस तरह से इन वाहनों के आने से समस्या खड़ी होती है। कंपनी शहर में सबसे ज्यादा प्रदूषण और ट्रैफिक जाम किन क्षेत्रो में है, इसको लेकर भी सर्वे करेगी और स्टेक होल्डर के साथ-साथ आम लोगो से सुझाव लेकर प्लान तैयार करेगी।
इस प्रोजेक्ट में नगर निगम के अलावा ट्रैफिक पुलिस, जिला प्रशासन भी शामिल किया जाएगा । शहर को जाम और प्रदूषण से मुक्त करने के लिए शहर के बड़े कारोबारियों को शहर से बाहर अपने स्टोर बनाने का सुझाव दिया जाएगा ताकि बाहरी राज्यो से वाहन शहर में कम आए । नगर निगम के साथ इटली की कंपनी के अधिकारियों ने बैठक भी की है और जल्द ही इस प्रोजेक्ट पर कंपनी कार्य भी शुरू करेगी। ये सारा प्रोजेक्ट विदेशी कंपनी द्वारा फंडिड होगा और इसके लिए कर्मचारी भी कंपनी नगर निगम को मुहैया करवाएगी।
नगर निगम की महापौर कुसुम सदरेट ने कहा कि प्रदूषण से दिल्ली जैसे हालात पहाड़ो की रानी शिमला के न हो इसके लिए विदेशी कंपनी के साथ मिल कर काम किया जा रहा है ताकि राजधानी शिमला को प्रदूषण से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि ये कंपनी शहर में प्रदूषण को कम करने के साथ शहर में ट्रैफिक समस्या से भी निजात दिलाने के लिए सुझाव देगी। उन्होंने कहा कि शिमला शहर शुद्ध आबोहवा के लिए पूरी दुनिया मे जाना जाता है । वैसे अभी यहां प्रदूषण की समस्या नहीं है लेकिन आने वाले समय में दिल्ली की तरफ शिमला का हाल न हो इसके लिए अभी से प्रयास किए जा रहे हैं ता कि आने वाली पीढ़ी को भी शुद्ध हवा मिल सके।