Edited By Vijay, Updated: 02 May, 2019 10:13 PM
शिमला में 19 वर्षीय युवती के साथ सामने आए दुष्कर्म के मामले की जांच को लेकर अभी तक जांच पूरी नहीं हो पाई है। हालांकि मुख्यमंत्री ने लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी पर लग रहे कथित लापरवाही के आरोपों की मैजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए थे और 24 घंटे के अंदर...
शिमला: शिमला में 19 वर्षीय युवती के साथ सामने आए दुष्कर्म के मामले की जांच को लेकर अभी तक जांच पूरी नहीं हो पाई है। हालांकि मुख्यमंत्री ने लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी पर लग रहे कथित लापरवाही के आरोपों की मैजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए थे और 24 घंटे के अंदर जांच की रिपोर्ट सरकार को सौंपने को कहा था। बताया जा रहा है कि अधिकारी ने सरकार को रिपोर्ट नहीं सौंपी है। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी शिमला प्रभा राजीव की अध्यक्षता में यह जांच हो रही है। बताया जा रहा है कि लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी में पीड़िता की एफ.आई.आर. दर्ज न करने के मामले की मैजिस्ट्रियल जांच में पुलिस वालों के बयान दर्ज हुए। एक दिन के अंदर अधिकारी मैजिस्ट्रियल जांच की रिपोर्ट को सरकार को सौंप सकते हैं।
पुलिस के लिए सिरदर्द बना दुष्कर्म का मामला
युवती के साथ हुआ कथित दुष्कर्म का मामला पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया है। वारदात के 4 दिन के बाद भी पुलिस न तो आरोपियों तक पहुंच पाई है और न ही इस मामले को सुलझा पाई है। पुलिस खुलासा कर चुकी है कि चलती कार में पीड़िता के अपहरण को लेकर कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। इस मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस मुख्यालय द्वारा गठित एस.आई.टी. मामले की जांच कर रही है। वीरवार को पुलिस ने 4 के करीब संदिग्धों से पूछताछ की है। इस सिलसिले में पुलिस अब तक 8 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ कर चुकी है।
आरोपित का स्कैच तैयार करने में जुटी एस.आई.टी.
बताया जा रहा है कि पीड़िता के बयान को आधार बनाते हुए एस.आई.टी. अब आरोपित का स्कैच तैयार कर रही है। चुनावी बेला में एस.आई.टी. के लिए यह मामला सुलझाना बेहद चुनौतीपूर्ण बन गया है। विभाग ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीर ठाकुर की अध्यक्षता में 7 सदस्यीय एस.आई.टी. का गठन किया है, जोकि मामले की जांच कर रहे हैं। हालांकि अभी तक पुलिस ने किसी को भी हिरासत में नहीं लिया है।
पीड़ित युवती को उपलब्ध करवाई सुरक्षा
पीड़ित युवती को सुरक्षा उपलब्ध करवाई गई है। बताया जा रहा है कि 3 से 4 महिला पुलिस कर्मी को युवती के साथ रखा गया है। यह सुरक्षा इसलिए दी गई है, ताकि पीड़ित युवती को किसी भी तरह की कोई दिक्कत न आए। यह सुरक्षा युवती को तब तक मिलेगी, जब तक मामले को लेकर पूरी कार्रवाई नहीं होती है। पुलिस का दावा है कि सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूक नहीं होगी।
दुष्कर्म की फाइनल रिपोर्ट पर फिर उलझी पुलिस
बताया जा रहा है कि युवती से हुए दुष्कर्म मामले की फाइनल रिपोर्ट आ गई है, लेकिन इससे भी कुछ प्रतिशत स्थिति क्लीयर नहीं हो पाई। रिपोर्ट को लेकर भी पुलिस उलझ रही है। जो सबसे पहले मैडीकल रिपोर्ट आई थी, उससे कुछ अधिकारी संतुष्ट नहीं थे, ऐसे में फाइनल रिपोर्ट फिर से मांगी गई थी, लेकिन इस रिपोर्ट से भी स्थिति बिल्कुल क्लीयर नहीं हो पा रही है। पुलिस अब फोरैंसिक रिपोर्ट का इंतजार करेगी। फोरैंसिक लैब से जो रिपोर्ट आएगी तभी स्थिति क्लीयर हो पाएगी।