Edited By Kuldeep, Updated: 03 Aug, 2020 10:17 PM
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश में अनुबंध आधार पर कार्यरत डाक्टरों के वेतन में की गई कटौती पर सरकार को घेरा है।
शिमला (ब्यूरो): कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश में अनुबंध आधार पर कार्यरत डाक्टरों के वेतन में की गई कटौती पर सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा है कि एक तरफ डाक्टर कोरोना से लड़ते हुए लोगों की सेवा में जुटे हैं, दूसरी तरफ सरकार उनके वेतन में कटौती कर एक बड़ा अन्याय कर रही है। उन्होंने कहा है कि कोरोना योद्धाओं के साथ इस प्रकार का भेदभाव उचित नहीं है। राठौर ने यहां जारी बयान में कहा है कि कोरोना काल में सबसे आगे महत्वपूर्ण योगदान देने वाले डाक्टरों के वेतन में किसी तरह की कटौती करना धोखा देने जैसा होगा।
राठौर ने फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि कांटै्रक्ट पर लगे डाक्टरों की ग्रेड-पे पर किसी भी प्रकार की कटौती नहीं की जानी चाहिए। पूर्व कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में डाक्टरों की कमी को देखते हुए उनके प्रोत्साहन हेतु ग्रेड-पे देने का फैसला लिया था। उन्होंने बीते जनवरी माह से अनुबंध आधार पर लगे डाक्टरों को दिए गए ग्रेड-पे से किसी भी प्रकार की रिकवरी के आदेश पर भी कड़ा एतराज जताते हुए कहा है कि इस प्रकार के निर्णय प्रदेश में लगे उन सभी डाक्टरों के मनोबल को प्रभावित कर सकते हैं, जो अनुबंध पर लगे हैं।
किसी भी प्रकार की रिकवरी न हो
राठौर ने मुख्यमंत्री से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने कहा है कि डाक्टरों को प्रोत्साहित करने के लिए अनुबंध के दौरान दिया जाने वाला ग्रेड-पे पुन: बहाल हो और किसी प्रकार की रिकवरी भी न की जाए।
अनुबंध काल पूरा करने वाले हों नियमित
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने स्वास्थ्य विभाग में अनुबंध आधार पर लगे उन कर्मचारियों को भी स्थायी करने की मांग की है, जो अपना अनुबंध कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। जारी बयान में कहा गया है कि विभाग में 1500 के करीब ऐसे स्वास्थ्य कर्मी सेवाएं दे रहे हंै, जो अपना अनुबंध कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। इसमें अधिकतर पैरामैडीकल स्टाफ है।