Edited By Ekta, Updated: 19 Oct, 2018 12:30 PM
राजधानी शिमला का नाम बदलकर श्यामला रखने को लेकर उपजा विवाद तूल पकड़ने लगा है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने दो-टूक कहा है कि सरकार नाम बदलने की राजनीति करना छोड़ पहले जनता से किए वायदे को पूरा करे। प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन नरेश चौहान ने...
शिमला: राजधानी शिमला का नाम बदलकर श्यामला रखने को लेकर उपजा विवाद तूल पकड़ने लगा है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने दो-टूक कहा है कि सरकार नाम बदलने की राजनीति करना छोड़ पहले जनता से किए वायदे को पूरा करे। प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन नरेश चौहान ने कहा कि भाजपा जब-जब भी सत्ता में आई है, तब-तब इस तरह के शगूफे छोड़े जाते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को शिमला का नाम बदलने के प्रयास छोड़ जनता की समस्याओं को दूर करने और विकास कार्य को बढ़ावा देने के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिमला शहर की विश्व में अपनी पहचान है और इसके नाम से छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि शहर की जनता भी शिमला के नाम से किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं चाहती है। चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार अपने 9 माह के कार्यकाल में जनता की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी है। यही कारण है कि इस तरह के शिगूफे छोड़ अपनी नाकामियों को छिपाने के प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने अपने दृष्टिपत्र में जो वायदे किए हैं, उनमें से अधिकतर पूरे नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में सरकार जनता से किए वायदों को पूरा करे। चौहान ने कहा कि पूर्व यू.पी.ए. सरकार की कई योजनाओं के नामों को बदलने के भी प्रयास हो रहे हैं, जिसे सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि भाजपा स्वार्थ की राजनीति करने में माहिर है और देश व प्रदेश की जनता भी अब इससे भलीभांति वाकिफ है।