Edited By Kuldeep, Updated: 10 Mar, 2019 09:45 PM
केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव की तिथियां घोषित करते ही चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। आचार संहिता लगने से प्रदेश में आगामी 77 दिनों तकविकास की रफ्तार पर ब्रेक लग गई है।
शिमला (हेटा): केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव की तिथियां घोषित करते ही चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। आचार संहिता लगने से प्रदेश में आगामी 77 दिनों तकविकास की रफ्तार पर ब्रेक लग गई है। इस दौरान सरकार कोई भी नई घोषणानाएं, नई नियुक्तियां, टैंडर, अधिकारियों व कर्मचारियों के तबादले, सरकारी गाडिय़ों व हैलीकॉप्टर का इस्तेमाल नहीं कर पाएगी। यदि इनमें से कोई काम जरूरी हुआ तो सरकार को चुनाव आयोग से इसकी अनुमति लेनी होगी। सरकार के सभी मंत्रियों, बोर्ड व निगम के अध्यक्ष-उपाध्यक्षों को अढ़ाई माह तक सरकारी गाडिय़ों का मोह त्यागना होगा। चुनाव प्रचार के लिए कोई भी नेता सरकारी मशीनरी का दुरुप्रयोग नहीं कर पाएगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी हैलीकॉप्टर का प्रयोग नहीं कर पाएंगे। प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में लोगों को लुभाने वाले सभी सरकारी होर्डिंग्ज हटाने होंगे। देश के जिन प्रदेशों में पहले व दूसरे चरण में चुनाव होने हैं, उनकी तुलना में हिमाचल में राजनीतिक दलों के पास प्रचार के लिए पर्याप्त समय होगा। आज से 17 मई की शाम 5 बजे तक राजनीतिक दलों के पास प्रचार के लिए 68 दिन होंगे। हालांकि अभी किसी भी दल ने उम्मीदवार तय नहीं किए हैं।
प्रदेश में 50.96 लाख मतदाता डालेंगे वोट
हिमाचल में कुल 50,96,869 मतदाता अपने मत का इस्तेमाल करेंगे। इनमें 25,84,183 पुरुष मतदाता तथा 25,12,627 महिला वोटर हैं। मतदाताओं की संख्या में अभी बढ़ौतरी होने का अनुमान है क्योंकि नामांकन से 10 दिन पहलेतक छूटे हुए व्यक्ति अपना वोट बना पाएंगे।
88,127 मतदाता पहली बार डालेंगे वोट
प्रदेश की चारों लोकसभा सीटों पर 88,127 युवा मतदाता पहली बार अपने मत का इस्तेमाल करेंगे। इनकी उम्र 18 से 19 साल के बीच बताई जा रही है। ऐसे युवाओं पर राजनीतिक दलों की खास नजरे रहेंगी। इस आयु के युवा जिस ओर चलेंगे, उस दल के जीतने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। प्रदेश में चुनाव के लिए 7,723 मतदान केंद्र तैयार किए गए हैं। चुनाव आयोग शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न करवाने के लिए तैयारियों में जुट गया है।
हिमाचल दिवस पर भी घोषणाएं नहीं कर पाएंगे सी.एम.
15 अप्रैल को हर वर्ष हिमाचल दिवस मनाया जाता है। अमूमन मुख्यमंत्री इस दिन कई घोषणाएं करते हैं लेकिन इस बार चुनाव आचार संहिता के कारण सरकार कोई भी घोषणा नहीं कर पाएगी।