Edited By Kuldeep, Updated: 01 Feb, 2021 08:25 PM
केंद्रीय बजट ने सड़क नैटवर्क के सुदृढ़ीकरण को अच्छे बजट की आस लगाए बैठे प्रदेशवासियों की उम्मीदों पर पानी फेरा है।
शिमला (देवेंद्र): केंद्रीय बजट ने सड़क नैटवर्क के सुदृढ़ीकरण को अच्छे बजट की आस लगाए बैठे प्रदेशवासियों की उम्मीदों पर पानी फेरा है। राज्य को उम्मीद थी कि केंद्र द्वारा पूर्व में घोषित 69 नैशनल हाईवे और आधा दर्जन फोरलेन परियोजनाओं के लिए बजट में अच्छे ऐलान हो सकते हैं, लेकिन इस बार के बजट में भी बीते 6 सालों की तरह निराशा ही हाथ लगी है। प्रदेश में पहले से मंजूर फोरलेन परियोजनाओं का काम या तो ठप्प पड़ा है या कछुआ गति से काम आगे बढ़ रहा है। प्रदेश के 9 जिलों को जोडऩे वाले सबसे महत्वपूर्ण शिमला-मटौर फोरलेन को सिरे चढ़ाने के लिए केंद्र सरकार अपने हाथ पीछे खींच चुकी है, जबकि इस परियोजना के लिए हजारों लोगों की जमीन अधिगृहीत की जा चुकी है।