Edited By Vijay, Updated: 25 Sep, 2019 03:57 PM
वूल फैडरेशन के अधीन कार्य कर रहे 15 शीप शेयरर अपनी मांगों को लेकर मंगलवार से पालमपुर में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं। चुनाव के कारण डीसी कार्यालय के आसपास हड़ताल पर बैठने की अनुमति न मिलने के कारण इन शीप शेयरर ने मंगलवार से पालमपुर में...
पालमपुर (मुनीष दीक्षित): वूल फैडरेशन के अधीन कार्य कर रहे 15 शीप शेयरर अपनी मांगों को लेकर मंगलवार से पालमपुर में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं। चुनाव के कारण डीसी कार्यालय के आसपास हड़ताल पर बैठने की अनुमति न मिलने के कारण इन शीप शेयरर ने मंगलवार से पालमपुर में पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक कार्यालय के गेट के बाहर बैठकर अपनी हड़ताल शुरू कर दी। इनके समर्थन में हिमाचल घुमंतु पशुपालक महासभा भी उतर आई है।
शीप शेयरर यूनियन के अध्यक्ष मालवर ने बताया कि पिछले करीब 15 सालों से वूल फैडरेशन के लिए आधुनिक आयतित मशीनों द्वारा शीप शेयरिंग सुविधाओं के अभाव में व शोषणकारी मजदूरी में भी प्रदेश के घुमंतु भेड़पालकों को जंगल में जाकर सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं। वर्षों से वे कमीशन पर शेयरिंग का कार्य कर रहे हैं जबकि उन्हें ईपीएफ, ईएसआईसी आदि सुविधाएं भी नहीं मिल रही हैं, जो श्रम कानूनों का उल्लघंन है। प्रदेश में इस समय करीब 4 लाख के करीब घुमंतु भेड़ों की संख्या है। इसके लिए 2 बार मशीन से करीब 50-60 शीप शेयररों की जरूरत है लेकिन सरकार व वूल फैडरेशन की अनदेखी के कारण वे कई वर्षों से शोषण सहन कर रहे हैं।
हिमाचल घुमंतु पशुपालक महासभा की प्रदेश सचिव पवना कुमारी ने कहा कि सरकार को शीप शेयरर की मांगें जल्द से जल्द पूरी करनी चाहिए। इन्हें वूल फैडरेशन का कर्मचारी घोषित किया जाए, वूल फैडरेनशन में भेड़ पालकों की मांग को देखते हुए शीप शेयररों के कम से कम 15 पद जल्द भरे जाएं तथा प्रदेश सरकार पद सृजित करने के लिए वूल फैडरेशन को विशेष वित्तीय मदद दें।