Edited By kirti, Updated: 29 Aug, 2019 04:51 PM
भेड़ पालक उच्च हिमालयी क्षेत्रों से लौटने लगे हैं। भेड़ पालक अब लाहुल स्पीति की उच्च हिमालयी क्षेत्रों में 6 माह के प्रवास पर गए हुए थे। गर्मीयों के सीजन में प्रतिवर्ष भेड़ पालक हिमालय को निकल जाते हैं। पहाड़ों पर जड़ी बूटी व नरम घास भेड़-बकरियों के लिए...
कुल्लू (दिलीप) : भेड़ पालक उच्च हिमालयी क्षेत्रों से लौटने लगे हैं। भेड़ पालक अब लाहुल स्पीति की उच्च हिमालयी क्षेत्रों में 6 माह के प्रवास पर गए हुए थे। गर्मीयों के सीजन में प्रतिवर्ष भेड़ पालक हिमालय को निकल जाते हैं। पहाड़ों पर जड़ी बूटी व नरम घास भेड़-बकरियों के लिए उपलब्ध होती है। भेड़ पालक पुर्ण सिंह ने बताया कि लाहुल में इस बार कोहरा नहीं था। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी काफी हुई है।
अब भेड़ पालक अपने भेड़-बकरियों को जंगलों में चराएंगे। भेड़ पालक पुर्ण ने बताया कि इस वार कुल्लू से लाहौल की पहाडीयों से होकर स्पीति तक भेड़ ले गए थे। उन्होन कहा कि 15 अप्रैल के वाद लाहौल के निकले हुए थे तकरीबन 6 माह के बाद घर वापसी हुई है। उन्होने बताया कि रास्ते में काफी कठनाईयों का सामना भी करना पड़ा। इस बार काफी बर्फबारी और बारिश भी हुई है। और नदी नाले में भेड़ों को आर-पार करना मुशिकल था ऐसे में भेडों को ग्लेशियर के ऊपर से भेड़ों को आर-पार किया। उन्होने बताया कि 300 के आस-पास भेड़े हैं।