Edited By Ekta, Updated: 09 May, 2019 04:11 PM
रूसा सिस्टम के अन्तर्गत यूजी के तीसरे और 5वें सेमिस्टर के रिजल्ट में खामियों को लेकर एसएफआई ने विश्व विद्यालय प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। एसएफआई ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन कर विश्व विद्यालय प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर...
शिमला (योगराज): रूसा सिस्टम के अन्तर्गत यूजी के तीसरे और 5वें सेमिस्टर के रिजल्ट में खामियों को लेकर एसएफआई ने विश्व विद्यालय प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। एसएफआई ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन कर विश्व विद्यालय प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और रूसा को सिस्टम को खत्म करने की मांग की। यूजी के तीसरे और 5वें सेमिस्टर के परिणाम में 70% बच्चे फैल हुए हैं। उन्हें पुनर्मूल्यांकन की सुविधा दी जाए और साथ ही उनसे इसकी फीस भी न वसूली जाए। एसएफआई शहरी अध्यक्ष आकाश पलसरा ने कहा कि 2013 से सीबीसीएस की शुरुआत हुई है।
कांग्रेस सरकार ये कहकर रूसा प्रणाली लाई थी कि शिक्षा का जो स्तर है वो बेहतर होगा और सभी छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा दी जाएगी। लेकिन होने के बजाय छात्रों का भविष्य खतरे में है। एसएफआई ने प्रदेश सरकार और विवि प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है अगर आने वाले दिनों में सभी छात्रों को पुनर्मूल्यांकन की सुविधा नहीं दी गई तो एसएफआई प्रदेश भर से छात्रों को लामबंद करते हुए निर्णायक लड़ाई लड़ेगी जिसकी जिम्मेवारी प्रदेश सरकार और विवि प्रशासन की होगी।