Edited By prashant sharma, Updated: 08 Jul, 2020 03:55 PM
एसएफआई हिमाचल प्रदेश राज्य कमेटी के द्वारा परीक्षाओं को लेकर गृह मंत्रालय व विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के द्वारा जारी किए गए निर्देशों की कॉपी को जलाकर विश्वविद्यालय परिसर में धरना प्रदर्शन किया गया।
शिमला (योगराज) : एसएफआई हिमाचल प्रदेश राज्य कमेटी के द्वारा परीक्षाओं को लेकर गृह मंत्रालय व विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के द्वारा जारी किए गए निर्देशों की कॉपी को जलाकर विश्वविद्यालय परिसर में धरना प्रदर्शन किया गया। हम जानते है छात्रों की कक्षाएं नहीं हुई है, शिक्षण संस्थान 4 महीने से बंद है, आप छात्रों की छात्रवृत्ति बन्द किए हुए है, केवल 4 महीने से ऑनलाइन कक्षाओं के नाम पर औपचारिकता पूरी की गई है। इसलिए ऐसे में परीक्षाओं को करवाने का फैसला लेना भी केवल अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने वाला काम है। इस महामारी के कारण छात्र एक तो मानसिक रूप से परीक्षाओं के लिए तैयार नहीं है, दूसरा ऐसे समय मे परीक्षाओ का होना संक्रमण को न्यौता देने के अलावा और कुछ नहीं है।
एसएफआई राज्य सचिव अमित ठाकुर ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि अभी तक सरकार कोरोना के कहर को रोक पाने में असमर्थ है। जिसकी वजह से राष्ट्रीय लॉकडाउन की कुछ शर्तें जिनमें शिक्षण संस्थानों का बन्द रहना अभी तक जारी है। आज इस महामारी के प्रसार में हम कई राज्यो में तीसरे चरण में पहुंच चुके है और प्रतिदिन देश में 20 से 25 हजार के करीब कोरोना संक्रमितों के मामले सामने आ रहे है। कोरोना योद्धा सुविधाओं के अभाव में भी अपनी जान जोखिम में डालकर आज देश को बचाने के लिए और इस महामारी पर काबू पाने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे है। एक हल्की सी तस्सली उन्हें यह दी गई है कि अब उनका स्वास्थ्य बीमा हो गया है। लेकिन अगर परीक्षाएं होती है तो करोड़ो छात्र देश भर में इन परीक्षाओं का हिस्सा बनेगा। इसके साथ साथ लाखों की संख्या में इन परीक्षाओं में शिक्षा विभाग के कर्मचारी भी शामिल होंगे, जिससे वायरस के फैलने की संभावना और अधिक बढ़ेगी। तो क्या ऐसे में सरकारें उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने को तैयार है। हमने पहले ही इस महामारी के चलते बहुत कुछ खोया है 20 हजार के करीब लोगो की जानें अब तक चली गई है, कई लोग अभी जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे है।
इसलिए एसएफआई मांग करती है कि सरकार एफएचआरडी और यूजीसी परीक्षाओं सम्बन्धी अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करें। यूजीसी शीघ्र किसी अन्य मूल्यांकन विकल्प के साथ परीक्षा से सम्बंधित असमंजस को दूर करें। एसएफआई के सुझाव अनुसार सभी छात्रों को प्रमोट किया जाए। इसलिए एसएफआई राज्य कमेटी समस्त छात्र समुदाय से अपील करती है कि एसएफआई द्वारा परीक्षा या प्रमोशन को लेकर ऑनलाइन पोलिंग शुरू की गई है आप सभी अपने मत सुझाव के साथ अवश्य दे।