Edited By Vijay, Updated: 16 Jan, 2019 08:17 PM
स्मार्ट सिटी धर्मशाला में स्थापित सैल्फी प्वाइंट की सुंदरता वर्तमान समय में अनदेखी का शिकार हो रही है। आलम यह है कि सैल्फी प्वाइंट पर डिवाइन धर्मशाला के शब्दों सहित उसका लंबे समय से कुछेक हिस्सा टूट चुका है। इस प्वाइंट को ठीक करना तो दूर की बात है...
धर्मशाला (जिनेश): स्मार्ट सिटी धर्मशाला में स्थापित सैल्फी प्वाइंट की सुंदरता वर्तमान समय में अनदेखी का शिकार हो रही है। आलम यह है कि सैल्फी प्वाइंट पर डिवाइन धर्मशाला के शब्दों सहित उसका लंबे समय से कुछेक हिस्सा टूट चुका है। इस प्वाइंट को ठीक करना तो दूर की बात है लेकिन विभाग इसकी सुध लेना भी जरूरी नहीं समझ रहा। बता दें कि स्मार्ट सिटी में धर्मशाला के एंट्री प्वाइंट पर हरे रंग के बोर्ड पर सफेद अक्षरों से अंकित डिवाइन धर्मशाला का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने अपने कार्यकाल में किया था।
न शब्द ठीक हुए और न लाइट्स हुईं दुरुस्त
उस समय इस सैल्फी प्वाइंट पर हरे रंग के बोर्ड पर सफेद अक्षरों से अंकित डिवाइन धर्मशाला रात के समय लाइटों से जगमगा उठता था लेकिन वर्तमान में न तो डिवाइन धर्मशाला के टूटे कुछेक शब्दों को ठीक किया जा रहा है और न ही उसमें लगी लाइटों को दुरुस्त किया जा रहा। बहरहाल सैल्फी प्वाइंट पर कुछके नई चीजें को जोडऩा तो दूर की बात है लेकिन जो चीजें लगाई गई हैं, उनका ख्याल रखना विभाग एक तरह से भूल गया है।
हर रोज लगा रहता है पर्यटकों का आना-जाना
धर्मशाला में शहीद स्मारक व क्रिकेट स्टेडियम आने वाले पर्यटक अकसर ज्यादातर सैल्फी प्वाइंट पर हर रोज सैल्फी लेते हैं लेकिन वर्तमान में सैल्फी प्वाइंट अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। सैल्फी प्वाइंट की दयनीय स्थिति को लेकर यहां पहुंचने वाले लोगों का कहना है कि विश्व विख्यात पर्यटन स्थल धर्मशाला में विभिन्न जगहों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाना चाहिए लेकिन जो पर्यटन को विकसित करने के प्रयास किए हैं वे भी वर्तमान समय में ठंडे बस्ते में पड़े हुए हैं।
सैल्फी प्वाइंट की सुध लेना भी जरूरी नहीं समझता विभाग
सैल्फी प्वाइंट शुरूआती दौर में रात के समय बेहतरीन रोशनी से जगमग हो उठाता था। डिवाइन धर्मशाला के शब्दों में विभाग द्वारा बेहतरीन व अच्छी क्वालिटी की एल.ई.डी. लाइट्स का भी इस्तेमाल किया गया था। वर्तमान में डिवाइन धर्मशाला के शब्दों सहित उसका कुछेक हिस्सा टूट चुका है। इस प्वाइंट को ठीक करना तो दूर की बात है लेकिन विभाग की सुध लेना भी जरूरी नहीं समझता।
लोक निर्माण विभाग करता है देखरेख
वहीं इस संदर्भ में नगर निगम के मेयर देवेंद्र जग्गी से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि सैल्फी प्वाइंट का निर्माण लोक निर्माण विभाग ने किया था और उसकी देखरेख भी लोक निर्माण विभाग करता है। विभाग को इसकी खराब हालत के बारे में अवगत करवाया जाएगा। अगर विभाग इसके बारे में कार्य नहीं करता है तो नगर निगम इसकी हालत में सुधार करवाएगा।