Edited By Vijay, Updated: 06 Feb, 2019 03:19 PM
हिमाचल प्रदेश के विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्रीनयनादेवी जी में माता रानी के माघ मास शुक्ल पक्ष के गुप्त नवरात्रे बड़ी धूमधाम से शुरू हो गए हैं। इन गुप्त नवरात्रों के दौरान पंजाब, हिमाचल, हरियाणा और दिल्ली से काफी संख्या में श्रद्धालु माता जी के...
बिलासपुर (मुकेश): हिमाचल प्रदेश के विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्रीनयनादेवी जी में माता रानी के माघ मास शुक्ल पक्ष के गुप्त नवरात्रे बड़ी धूमधाम से शुरू हो गए हैं। इन गुप्त नवरात्रों के दौरान पंजाब, हिमाचल, हरियाणा और दिल्ली से काफी संख्या में श्रद्धालु माता जी के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं। पूरे वर्षभर में 4 नवरात्रे मनाए जाते हैं, जिनमें से 2 नवरात्रे चैत्र और अश्विन मास के नवरात्रे जबकि 2 गुप्त नवरात्रि मनाए जाते हैं। जिनमें आषाढ़ मास के और माघ मास के शुक्ल पक्ष के नवरात्रे शामिल हैं। नवरात्रों के दौरान पूजा-पाठ, कन्या पूजन व हवन यज्ञ का विशेष महत्व रहता है।
गुप्त नवरात्रों का क्या महत्व है
इस पर जानकारी देते हुए मंदिर श्रीनयनादेवी के वरिष्ठ पुजारी अंकू शर्मा ने बताया कि यह नवरात्रे गुप्त नवरात्रे इस लिए रखे गए थे क्योंकि प्राचीन काल में ऋषि-मुनियों व साधु संतों ने तांत्रिक पूजन के लिए इन नवरात्रों को गुप्त रखा था। जो मुख्य नवरात्रे होते हैं उनमें सात्विक और तांत्रिक दोनों पूजन होते हैं लेकिन गुप्त नवरात्रों में तांत्रिक पूजन किए जाते हैं, इसलिए इन्हें गुप्त नवरात्रे कहा जाता है।