Edited By kirti, Updated: 05 Aug, 2019 10:25 AM
जिला में स्क्रब टाइफस थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक माह का आंकड़ा देखा जाए तो बिलासपुर में 23 मरीज स्क्रब टाइफस की चपेट में आ चुके हैं। इन दिनों भी मरीज उपचार करवाने पहुंच रहे हैं, वहीं इस सीजन में कुल 88 केस दर्ज किए जा चुके हैं। ग्रामीणों की...
बिलासपुर: जिला में स्क्रब टाइफस थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक माह का आंकड़ा देखा जाए तो बिलासपुर में 23 मरीज स्क्रब टाइफस की चपेट में आ चुके हैं। इन दिनों भी मरीज उपचार करवाने पहुंच रहे हैं, वहीं इस सीजन में कुल 88 केस दर्ज किए जा चुके हैं। ग्रामीणों की संख्या अधिक विभागाधिकारियों का कहना है कि मॉनीटरिंग की जा रही है और रोजाना रिपोर्ट उज्जाधिकारियों को भेजी जाती है। चिकित्सकों का तर्क है कि स्क्रब टाइफस एक जीवाणु से संक्रमित पिस्सू के काटने से फैलता है जो खेतों, झाडिय़ों व घास में रहने वाले चूहों में पनपता है।
जीवाणु चमड़ी के माध्यम से शरीर में फैलता है और स्क्रब टाइफस बुखार बन जाता है। लोगों को चाहिए कि इन दिनों झाडिय़ों से दूर रहें और घास आदि में न जाएं लेकिन किसानों और बागवानों के लिए यह संभव नहीं है क्योंकि इन दिनों खेतों और बगीचों में घास काटने का अधिक काम रहता है। यही कारण है कि स्क्रब टाइफस का शिकार होने वाले लोगों में ग्रामीणों की संख्या ज्यादा है।