Edited By Vijay, Updated: 23 May, 2019 10:41 PM
लोकसभा चुनाव में भले ही भाजपा की जीत का प्रमुख कारण प्रचंड मोदी लहर रही हो लेकिन प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के तौर पर सतपाल सिंह सत्ती की यह तीसरी बड़ी जीत है। इससे पहले उनके अध्यक्ष रहते हुए भाजपा विधानसभा चुनाव और लगातार दूसरी बार लोकसभा चुनाव जीतने में...
शिमला: लोकसभा चुनाव में भले ही भाजपा की जीत का प्रमुख कारण प्रचंड मोदी लहर रही हो लेकिन प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के तौर पर सतपाल सिंह सत्ती की यह तीसरी बड़ी जीत है। इससे पहले उनके अध्यक्ष रहते हुए भाजपा विधानसभा चुनाव और लगातार दूसरी बार लोकसभा चुनाव जीतने में सफल रही है। छात्र राजनीति से भाजपा में आए सतपाल सिंह सत्ती को वर्ष 2012 में खिमी राम के बाद पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया था। उनके नेतृत्व में पार्टी ने प्रदेश में लगातार बेहतर प्रदर्शन किया। उन्हीं की इस नेतृत्व क्षमता के चलते वह जब इस बार विधानसभा चुनाव हारे तो उसके बाद भी उनकी कुर्सी सलामत रही। उनकी देखरेख में प्रदेश में पन्ना प्रमुख सम्मेलन हुए, जिसमें पार्टी ने बूथ स्तर पर अपनी पकड़ को मजबूत किया।
सुक्खू के बाद राठौर के नेतृत्व में हारी कांग्रेस
कांग्रेस पार्टी में पहले सुखविंदर सिंह सुक्खू और अब कुलदीप सिंह राठौर के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस पार्टी में इसको लेकर खूब तनातनी भी मची है। सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के मतभेद जगजाहिर हैं। उन्होंने विधानसभा चुनाव के बाद अब लोकसभा चुनाव के बाद भी सुक्खू को आड़े हाथों लिया है।